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________________ श्रीअमम // 19 // * मुत्तिष्ठेति मुहुर्वदन् / भृत एकोऽहरत तेनाऽऽहन्यमानोऽपि मुष्ठिभिः // 92 // तेन नीतश्चितोपान्ते श्मशाने ज्वलितानलम् / तां हिर- जिन*ण्यवतीं रौद्री खेचरी च ददर्श सः॥९३॥ स्वागतं तव चन्द्रास्येत्यादरादुदितस्तया / प्रेतस्तस्यै समाशु शौरिमन्तर्दधे खयम् चरित्रम् // 94 // स्मित्वाऽवदत् दशाह सा त्वयाऽचिन्त्यत किश्च न / कल्याणिन्नधुनाऽप्यस्मदुपरोधेन चिन्त्यताम् // 95 / / सखीवृता सा नीलयशप्रागदृष्टा कन्या नीलयशास्तदा / तत्राययावप्सरोभिः श्रीदेवीव परीवृता // 96 // पितामह्याऽऽदत्व वत्से स्ववल्लभमितीरिता / व्योम्ना ske स्कन्यापरि णयनम् दशाईमुत्पाट्याऽगमन्नीलयशाः क्षणात् / / 97 // हिरण्यवत्यपि प्राप्ता प्रातः शौरिमवोचत / हीमानेप गिरिर्मेघप्रभकाननभूषितः॥९८॥ अंगारकोऽत्र ज्वलनमूनुश्चारणसेविते / खेचरेन्द्रोऽस्ति निस्तन्द्रो भूयो विद्याः प्रसाधयन् // 99 // सेत्स्यन्त्यऽस्य चिराद्विद्याः शीघ्र त्वदर्शने पुनः / सिध्यन्ति गन्तुं ते युक्तं तत्परोपकृतिप्रिय ! // 700 // एनं दृष्ट्वाऽप्यलमिति प्रोचिवांसं निनाय सा। शौरिर्वताढ्यशैलस्थे शिवमन्दिरपत्तने // 1 // तत्र श्रीसिंहदंष्ट्रेण गृहे नीत्वार्थितो भृशम् / तां नीलयशसं कन्यामुपायंस्त स विस्तरात् // 2 // तदा कलकलं श्रुत्वा तस्मिन् पृच्छति कारणम् / शशंसेति प्रतीहारी शैलेऽसिन्नस्ति विस्तृतम् // 3 // नगरं शकटमुखं भूपालस्तत्र नीलवान् / तत्प्रेयसी नीलवती नीलीरागा निजप्रिये // 4 // नीलो नाम्ना सुतो नीलाञ्जनापुत्री तयोः पुनः / बन्धोः स्वस्रा समं बाल्यात्संकेतोऽयमभूत्पुरा // 5 // आवाभ्यामात्मनः पुत्रपुत्र्योः पाणिग्रहोत्सवः / परस्परं विधातव्यः स्नेहबृद्धिनिबन्धनम् // 6 // तवेयं वल्लभा नीलयशा नीलाञ्जनासुता। तन्मातुलस्य नीलस्य नीलकण्ठस्तु नन्दनः॥७॥ प्राग् जामिदत्तां पुत्रार्थ नीलोऽयाचदिमां ततः। बृहस्पतिमुनिस्त्वेतत्पित्रा पृष्टोऽब्रवीदिति // 8 // यदुवंश्यः केशवस्य भरतार्द्धपतेः पिता। साक्षाद्देवो वसुदेवो वरोऽस्या भविता वरः॥९॥ // 19 // राजा तद्विद्ययाऽऽनाय्य त्वां पुत्र्या पर्यणाययत् / तल्लिप्सयागतं नीलं चाजैपीत्तुमुलोत्र तत् ॥१०॥ज्ञात्वेति दुन्दुर्मुमुदे कुमुदेक्षणया
SR No.600399
Book TitleBhavi Jineshwar Amamswami Charitra Mahakavya Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMuniratnasuri, Vijaykumudsuri
PublisherManivijay Ganivar Granthmala
Publication Year1942
Total Pages306
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size28 MB
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