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________________ // 137 // सुपाचे देहि मह्यमेतदुवाच सा / मृतमंडनवन्मन्ये तमृते राज्यमप्यहम् // 96 // ऊचे वसुः सतीर्यो मे गुरुपुत्रश्च पर्वतः / तदयं सुरभिस्वoर्णमिव गौरवभूभृशम् // 97 // पुत्रभिक्षां प्रयच्छेति वादिनी दैन्यभागिनी / अत्याहितमिव भ्रातुर्मातः कथयसीह मे // 98 // lam पूणेन्दाविव सद्वृत्ते कुमुदं मयि पुष्णति / खगुहा केन ते दत्तं ? प्रातः कैरविणीव्रतम् // 99 // इत्युक्ता वसुना क्षीरकदम्बगृहिणी ततः। पर्वतमात्राछद्मच्छन्नमप्युत्सेका व्यवृणोदेवमाशयम् // 100 // अजव्याख्याविवादेऽस्मिन् पर्वतस्योल्बणे पणे। सहाध्यायीति साक्षी सन्नजान् मागिता मेषानुदीरयेः॥शा एवं च कुर्वता वत्स ! भ्रातरं रक्षता खया। सर्व मे गुरुगेहिन्याः समीहितमनुष्ठितम् // 2 // परोपकारः कर्तव्यः पुत्रभीक्षा प्राणैरपि विवेकिना / स चेत् सिद्ध्यति वाचाऽपि किं ? नाऽवापि ततस्त्वया // 3 // कूटसाक्ष्येण मत्सून रक्षेरिति तदाशयम् / ज्ञात्वा वसुः सत्यव्रतभंगभीरुरुवाच ताम् // 4 // सत्यात्प्रच्याव्य किं ? मातस्त्वमसत्यमहांहसि / नियोजयसि पीयूषाद्विषपानापदीय माम् // 5 // प्राणाः प्रयान्तु साम्राज्यं यातु नश्यतु वा श्रियः। तथाप्यसत्य वक्तुं मे जिह्वा भजति कुण्ठताम् / / 6 / / सत्यव्रतजुषः सूक्ष्मे| प्यसत्ये मे विरेमुपः / गुरोगिरां तिरस्कारः कूटसाक्ष्यं च दुःकरम् // 7 // इत्यनेकोक्तिभिः सत्ययुक्तीस्ताण्डवयन् वसुः। तया सरोष| माभाषि दोषमर्थी हि नेक्षते // 8 // स्वयुक्तिस्थापितोत्कर्ष रक्षित्वा सत्यमात्मनः / नियमाणं गुरोस्सूनुमुपेक्ष्य सुकृतीभव // 9 // खण्डिताशाऽमुतो गेहाद्यामीत्युच्चपलापिनीम् / अनन्योपायसाध्यां तामवेत्याऽचिन्तयद् वसुः॥१०॥ हा धिक कष्टमियं स्पष्टं बोध्यमानापि नावुधत् / स्त्रीबालमृढमूर्खाः स्युर्यदिवेदग्दुराग्रहाः॥११॥ मयाऽवमतवाक्येयं विपेदानसुतानुगा / अस्ताघामप्यनस्ताघामकीति जनयिष्यति // 12 // सर्वेष्वपि व्रतेषूच्चैरातत्राणं महाव्रतम् / दोषान्तकारि कुद्धे तद्भावद्रूपं तमोपहम् // 13 // मत्तोऽप्राप्तभिला- // 137 // [पाऽगात् स्वगृहाद् गुरुगेहिनी / सत्यलोपादपि परं परीवादोऽयमर्तिकृत् // 14 // ऐहिकामुष्मिकापायानंगीकृत्यापि तन्मया। विधेया
SR No.600399
Book TitleBhavi Jineshwar Amamswami Charitra Mahakavya Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMuniratnasuri, Vijaykumudsuri
PublisherManivijay Ganivar Granthmala
Publication Year1942
Total Pages306
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size28 MB
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