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________________ // 119 // मातृपाचे नयनम् | स्वर्णाचले पृथ्वीस्वर्णाम्भोरुहकणिके // 19 // सुवर्णदण्डसुभगैर्यः शृङ्गरागमे प्रभोः / उद्दधे निर्झरजलप्रवाहच्छद्मना ध्वजान् // 20 // यः पञ्चवर्णमाणिक्यद्योतिभिरतिवस्तृतम् / पश्चवर्णांशुकोल्लोचं चक्रे हर्षात्सुराध्वनि // 21 // तत्रागात् पाण्डकवने द्युसदा केलिकानने / विपुलामुज्वलां शक्रोऽतिपाण्डुकम्बलां शिलाम् // 22 // च० क०॥ तत्र सिंहासने पूर्वामुखे क्रोडस्थतीर्थकृत् / शक्रो न्यपीददऽन्याभिः कुर्वन भक्तिं स्वमूर्तिभिः॥२३॥ जेनं जन्माऽऽसनकम्पात्तदा ज्ञात्वाऽच्युतादयः / इन्द्रास्त्रिषष्टिरन्येऽपि तत्रेयुर्दिव्यवाहनः | // 24 // तेराभियोगिकानीतः स्फीतैस्तीर्थादिवारिभिः / जन्माभिषेको विदधे दिव्ये तूर्य ध्वनौ प्रभोः // 25 / / ईशानांकस्थितं नार्थ वृषभुंगोद्गतै लैः। स्नपयित्वार्चयित्वा च शक्रोऽस्तावीदिति स्वयम् // 26 // त्वयि दृष्टे नवघनच्छाये देवाद्य कौतुकम् / विलिल्ये दुर्दिनेनाशु हंसेन मुमुदे च मे // 27 // निन्द्योऽपि सद्यो वन्द्योऽभूदद्य संसारकर्दमः। त्रिलोकश्रीगृहे जाते नवनीलोत्पले त्वयि // 28 // उन्मीलन्नीलवर्णेयं नागवल्लीव ते तनुः / अभूत्ततः कुतो रागः पाणिपादौष्ठपल्लवे / / 29 // नवस्वं चुम्बकाश्मा यद्ध्यातोऽपि मनसोऽङ्गिनाम् / हठाद् दुःकर्मशल्यानि दुराकर्षाणि कर्षसि // 30 // स्वर्णाद्रिदिनीमौलिमुकुटोऽद्य स्फुटोऽजनि। अशोभि मूलाद् यच्चूला त्वया मरकतश्रिया // 31 // त्वां भेजे सुभगं नाथ ! लक्ष्मीः कुवलयाश्रया / उदवासव्रतक्लेशावेशस्तत् तैनिषेव्यते // 32 // अन्तर्बहिर्द्विपत्कालरात्रिस्तेऽङ्गद्युतिः सितिः / चित्रं नस्तनुते खामिन्नलं सुप्रातःमंगलम् // 33 / / भगवन्नामपदावर्ताकृष्टै त्कूपतः सदा / क्षेत्रं हर्षजलैः सिक्तं मम शस्थ िमश्नुताम् // 34 // जिनं स्तुत्वेत्यधादिन्द्रं पूर्ववत्पश्चरूपताम् / आदायेशानतो मातुः पार्थे नीत्वाऽमुचत्क्षणात् // 35 // प्रभोर्नेत्रविनोदार्थमुपर्युल्लोचमध्यगम् / अतिष्ठिपल्लम्बमानं शक्रः श्रीदामगण्डकम् // 36 // उपधाने प्रभोस्थिद्देवदृष्यं सकुण्डलम् / जहेऽवस्वापिनी मातुजैनी प्रतिकृतिं च सः॥३७।। एवमाघोषयच्चन्द्रो देवान् यो जगत्रये / कर्ताऽनिष्टं | // 119 //
SR No.600399
Book TitleBhavi Jineshwar Amamswami Charitra Mahakavya Part 01
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMuniratnasuri, Vijaykumudsuri
PublisherManivijay Ganivar Granthmala
Publication Year1942
Total Pages306
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size28 MB
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