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________________ खारणतरण WREGII है । यह दान सदा ही भावोंकी अति विशुद्धता करनेवाला है। पात्रदान धर्मका मुख्य साधक है । श्लोक - दात्रं शुद्धसम्यक्तं, पात्रं तत्र प्रमोदनं । दात्र पात्रं च शुद्धं च दानं निर्मलितं सदा ॥ २८८ ॥ अन्वयार्थ - ( दात्रं शुद्धसम्यक्तं ) दातार शुद्ध सम्यग्दर्शनका घारी होता है ( तत्र पात्र प्रमोदनं ) तब वह पात्रोंके लिये प्रमोद भाव रखता है (दात्र पात्रं च शुद्धं च ) जहां दातार और पात्र शुद्ध हों (दानं निर्मलितं सदा ) वहां निरंतर दानकी निर्मलता है । विशेषार्थ - जिस दाताके भीतर शुद्ध सम्पक्त है, जो निज शुद्धात्माका अनुभव करनेवाला है, जो धर्मका परम अनुरागी है, जो धर्मात्माओंको सेवामें नित्य भाव रखता है । ऐसा दातार नित्य मन में ऐसा चाहता है कि मुझे पात्रदानका अवसर मिले। जब कभी वह किसी उत्तम पात्र मुनिको, मध्यम पात्र श्रावकको व जघन्य पात्र अविरत सम्पदृष्टीको देखता है, उनका मन प्रफुल्लित होजाता है वह उनकी सेवाके लिये अति अनुरागी होजाता है और भक्तिपूर्वक उनको यथायोग्य दान देता है । इस सम्यग्दृष्टी दातारका भाव शुद्ध आत्मीक भावकी तरफ झुका हुआ है। वह यही चाहता है कि जो जो मोक्षमार्ग पर आरुढ है वे वंदनीय, आदरणीय व प्रतिटाके योग्य हैं। उसका रत्नत्रयका अनुराग अपूर्व रहता है। सम्यग्दृष्टी पात्रोंका भी भाव रत्नत्रय के प्रेमसे पूर्ण होता है । दाता और पात्र दोनोंकी दृष्टि जहां स्वात्मानुभव पर हो और वे दोनों दानके समय परस्पर मिलें तब परस्पर भावोंकी उज्वलता में बडा ही प्रभाव पडता है । सम्पण्डष्टी द्वारा सम्यग्दृष्टीको दान होजाना ही सच्चा पवित्र दान है । यह दान अतिशयकारी पुण्यबंधका कारण है। यह बांधा हुआ पुण्य जीवको संसार में आसक्त करनेवाला नहीं होता है । किन्तु ऐसे उत्तम निमित्त मिला देता है जिससे संयम पालनेकी योग्यता होजाती है तथा मोक्ष प्राप्त करने योग्य वज्रऋषभनाराच संहनन आदिका लाभ होजाता है । सम्यक्ती दाता व पात्र दोनों दानके समय आनंद पाते हैं । दात्र प्रमोद कारणं । उक्त दान जिनागमे ॥ २८९ ॥ श्लोक – पात्रं यत्र शुद्धं च पात्र दात्र शुद्धं च, ॥ २४५॥
SR No.600387
Book TitleTarantaran Shravakachar evam Moksh Marg Prakashak
Original Sutra AuthorN/A
AuthorTaranswami, Shitalprasad Bramhachari, Todarmal Pt
PublisherMathuraprasad Bajaj
Publication Year1935
Total Pages988
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size30 MB
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