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अनुक्रम पिका।
नराध्ययन || दिगिंछापरिगए देहे ... २-२ दुलहे खलु माणुसे भवे .... १३-४ देवाभिओगण नि आदएणं ५२-२१
दिवसरस पोरिसीणं .... ३०-२८ दुविहा आउजीवा उ .... ३६-८४ देव। य यलोगम्मि 28
.... १३-७ दिवसस्स चउरो भाप ... २६-११ दुविहा पुढवाजीवा उ .... ३६-७० देवे नेरदए अइगओ .... १०-१४ दिवमाणुसतेरिच्छं .... २५-२५ दुविहा ते ऊजीवा उ .... ३६-१०८ देसि च अईआरं .... २६-४० दिवे अ उवसग्गे ३१--५ दुविहा वणप्फड जीवा .... ३६-९२ दो चेव सागराई दीवे अ इह के वुत्तं .... २३-६७ दुविहा वाउजीवा उ .... ३६-११७ दंडाणं गारवाणं च .... दीसंति बहवो लोए .... २३-४० दविहा वि ते भवे तिविहा ३६-१७१ दंतसोहणमाइस्स .... १९-२७ दीहाउआ इडिमंता .... ५.२७ दुविहं खवेऊण य पुण्णपावं २१-२४ दसणनाणचरिते .... दुक्करं खलु भो निच्चं .... २-२८ दुहओ गइ बालस्स .... ७-६७ दुक्ख हयं जस्स न होइ मोहो ३२-८ देवदाणवगंधवा ___.... १६-१६ धणधन्नपेसवग्गेसु .... १९-२९ दुजए कामभोगे अ .... १६--६४ "
२३-२० धणुं परक्कम किच्चा .... ९-२६ दुद्धदही विगईओ .... १७.५५ देवमणुरसपरितुडो .... २२-२२ धणेण किं धम्मधुराहिगारे १४-१७ दुपरिचया इमे कामा .......६ देवा चउबिहा वुत्ता .... ३६-२०२ धणं पभूअं सह इस्थिआहिं १४-१६ दुमपत्तए पंडुयए जहा .... १५-६ देवा भवित्ताण पुरे भवंमि १४-१ धम्मजिअं च ववहारं .... १-४२
२८-२५
.... २२
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