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कल्प०
वारसा०
॥ २७ ॥
महावीर जन्मवर्धापनिका.
AZAR
गुप्पिया ! खत्तिय-कुंडपुरे नगरे चारगसोहणं करेह, करित्ता माणुम्माण-वगुणं करेह, माणुमाणवणं करिता कुंडपुरं नगरं सब्भितरबाहिरियं आसिअ - संमज्जिवलित्तं सिंघाडग चक्क - चच्चर - चउम्मुह - महापहपहेसु सित्त - मुइ-संमदु-रत्थंतरावण-वीहियं, मंचाइमंच-कलिअं, नाणाविह-रागभूसिअ - ज्झयपडाग - मंडिअं, लाउलोइय-महिअं, गोसीससरस-रत्तचंदण - दद्दर- दिन्न - पंचंगुलि-तलं उवचिय- चंदण - कलसं, चंदण - घड - सुकयतेरण - पडिदुवार - देस भागं, आसत्तो-सत्त
महावीरचरि०
॥ २७ ॥