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________________ कुमारपाल ||४|| विशालराज, उदयानंद, लक्ष्मीसागर, शुभस्थान, सोमदेव, सोमजय वि. आचार्यों तथा जिनमंडण, चारित्ररत्न, सत्यशेखर, हेमहंस, पुण्यराज, विवेकसागर वि. पंडितो तथा अनेक विद्वान मुनिओ मुख्य हता. श्री हेमचन्द्रसूरीश्वरजी म. तथा कुमारपाल महाराजाना जीवनने आवरी लेता अनेक ग्रन्थो छे. तेमां द्वाश्रय कुमारपाल चरित्र, कुमारपाल प्रबोध कुमारपाल प्रबंध मुख्य छे. विद्वानौना कारणे ठेर ठेर बीजा प्रबंध आदिमां पण कुमारपाल महाराजा जीवनना प्रसंगो रोमांचक रीते आलेखाएला छे. आ प्रबंध अनेक रीते धर्मनी भावना स्थिरता प्रभावना आदिमां प्रेरक छे. सौ श्रोता अने वक्ता तेनो पुरो लाभ ले एज शुभ अभिलाषा. २०४३ पोष सुद-२ गुरुवार ता. १-१-८७ लाखाबावल - शांतिपुरी (जामनगर ) फ्र लि० जिनेन्द्रसूरि प्रबन्ध: पाय
SR No.600271
Book TitleKumarpal Prabandh
Original Sutra AuthorJinendrasuri
Author
PublisherHarshpushpamrut Jain Granthmala
Publication Year1986
Total Pages238
LanguageSanskrit
ClassificationManuscript
File Size18 MB
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