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जह अलियभासगनरा भवंतरे होंति एरिसंगा ॥२०११॥ अइकुहियछगणभवक्खणपरायणो एरिसो इमो होही। जो नीयजीहाए पयंपिऊण चुक्त्तणं वहइ ॥२०२।। लद्धा कन्ना भियगेण सोवि वणिओ जणाओ धिक्कारं । पत्तो दिट्ठो तग्गुरुजणेण तह चेव पडिसेहो ॥२०३॥ एवं थेवपएसं गएहिं दिट्ठो य छिन्नकरचलणो । आरक्खिएहिं एगो पुरिसो
तिलतेणओ नाम ॥२०४।। सो पुण एवं जाओ महिला एगा अहेसि तम्मि पुरे । अइवल्लहेगपत्ता तजम्मिच्चिय पहीण।।५४७॥
पई ॥२०॥ तरुणत्तणमणुपत्तो सो पुत्तो तीए अन्नया हविओ। उदउल्लसरीरो 'च्चिय ओइण्णो हटसंवट्रे ॥२०६।। कहमवि गोणेण समत्यएण परिपेल्लिओ तिलाणुवरि । पडिओ समुट्ठिएणं तणुलग्गतिलो गिहम्मि गओ ॥२०७।। तत्तो
जणणीए तिले पप्फोडिय मोरअंडयं काउं। दिण्णो तल्लुद्धो सो दिणे २ तं तहा कुणइ ।।२०८॥ मोरंडगेसु लुद्धो र सेण पगारेण पइदिणं हरइ। तिलनियरमहन्नपि य पइदिवसं चोरिउ लग्गो ॥२०९॥ आरक्खिएहि लद्धो गहिओ
जणणीए एस किल दोसो। जीए निसिद्धो तिलतिण्णतप्परो पढमओ णाहं ।।२१०॥ इय अमरिसं वहंतेण तेण खद्ध थणस्स जणणीए। खंड तलारलोया जाओ य विलुत्तकरचरणो ।।२१।। दिढे तम्मि विचारे जाओ जह चोरया अहो रुद्दा । तेसि सोमाए तव्वयम्मि चागस्स पडिसेहो ॥२१२॥ तत्तो थेवपएसे गएहि दिट्टा महेलिगा एगा । विणिवाइयभत्तारा खिसिज्जंती पुरजणेण ॥२१३॥ किल कत्थई पएसे कुले महंतम्मि काइ तरुणतणू। आसि महेला चवलतणेण पविलुत्तकुलसीला॥२१४॥ नियगेहे घोडगरक्खगेण निच्चपि दिस्समाणेणं । भासिज्जंतेण तहा सद्धि संबंधमणुपत्ता ॥२१५। अवहीरिओ नियपई भिन्ना कुलसीलसंभवा लज्जा। सज्जीकओ तहप्पा दुहाण इहपरभवगयाण ॥२१॥
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