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शब्दार्थम० म.स्वप्न दि० देखा तं० उम उ० उदार दे० देवानुप्रिय प० प्रभावती दे० देवी मु० स्वप्न दि०देखा
जा० यावत् आ० आरोग्य तु तुष्टि क० कल्याणकारी मं• मंगलकारी दे देवानुप्रिय ५० प्रभावती दे० देवीने मु० स्वप्न दि० देखा अ० अर्थ लाभ भो० भोग पु० पुत्र र० राज्य लाभ दे० देवानुप्रिय ५०१ प्रभावती दे० देवी ण नवमास व बहुत ५० पूर्ण होते जा. यावत् वी० व्यतीक्रमते तु. तुमारा कु. कुलकेतु जा० यावत् दा० पुत्र का प० जन्मदेगी से वह दा० पुत्र उ० मुक्त बा० बालभाव जा० यावत् २० राज्यपति रा० राजा भ० होगा अ० अनमोर भा० भावितात्मा तं० उस उ० उदार दे.
आरोग्गतुट्टि दीहाउकल्लाण मंगलकारएणं देवाणुप्पिया! पभावईए देवीए सुविणे दिडे, अत्थलाभो देवाणुप्पिया ! भोगपुत्तरजलाभो देवाणुप्पिया! एवं खलु देवाणुप्पिया पभावई देवी णवण्हं मासाणं बहुपडि पुण्णाणं जाब वीइक्वंताणं तुब्भं कुलकेउं जाव
दारगं पयाहिसि. सेवियणं दारए उम्मुक्कबालभावे जाव रजबई, राया भविस्सइ; ___ अणगारे वा भावियप्पा ॥ तं उरालणं देवाणुप्पिया ! पभावईए देवीए सुविणे दिटे स्वप्न देखकर जागृत होती है. ऐसे ही यह एक महास्वप्न प्रभावती देवीने देखा है. अहो देवानुप्रिय ! प्रभावती देवीने आरोग्य, उदार, तुष्टि व दीर्घायुष्य करनेवाला स्वप्न देखा है इस से अर्थ लाभ, भोग लाम, पुत्र लाभ, व राज्यलाभ होगा. और सवानवमास पूर्ण हुवे पीछे तुम को कुल में केतु समान यावत्
48 अनुवादक-बालब्रह्मचारी मुनि श्री अमोलक ऋषिजी
ताबहादुर लाला सुखदेवमहायजी ज्वालाप्रसादजी*
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