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का रक्खा है । आप श्रीमान् उस सम्मेलनमें आप श्रीमान् के समग्र परिवारके साथ पधारनेकी कृपा करें।
चंडावला
अहमदाबाद.
लि. श्रमणोपासक श्री संघसमस्त कस्तूरभाई मणिभाई की १००८ बार वंदना स्वीकृत हो ।
महाशुक्ला ५ : वि. सं. १९९०
सादर विज्ञति ।
आप श्रीमान्के परिवारके जो जो साधु जहाँ जहाँ विचरते हों, वहाँ वहाँ, वे भी मुनिसम्मेलनके अवसर पर पधारने की कृपा करें ऐसी आज्ञा फरमाने की कृपा करें ।
आप श्रीमान्के साधु जहाँ विचरते हीँ वहाँ हमारे ख्याल अनुसार हम निमंत्रण पत्र भेजेंगे. परन्तु कदाचित् हमारे ख्यालसे बाहर न रह जाय, इस लिये हमें सूचित करनेकी कृपा करें, जिससे हम भी वहाँ निमंत्रण लिखेंगे ।
तथा आप श्रीमान् के समुदायकी पू. साध्वीजीयोंको मुनिसम्मेलनके अवसर पर मुनिमहाराजोंके दर्शन व उनका उपदेश सुनने के लिये पधारने की कृपा करनेकी आज्ञा फरमावें ।
आप श्रीमान अहमदाबादकी नजदीक आ पहुँचे, उस समय यहाँ खबर देनेकी कृपा करें।
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