________________
प्रज्ञापनायाः मलयवृत्ती.
१०चरमाचरमपदे रत्नप्रभादिचरमादीनामल्पबहुत्वं सू. १५५-१५६
॥२३०॥
भंते ! अचरमस्स य चरमाण य चरमन्तपदेसाण य अचरमन्तपदेसाण य दवट्टयाए पएसट्टयाए दवट्ठपएसहपाए कयरे २ हितो अ० ब० तु.वि., गोयमा! सवत्थोवे अलोगस्स दवट्ठयाए एगे अचरमे चरमाई असंखिजगुणाई अचरमं चरमाणि य दोवि विसेसाहियाई, पएसट्टयाए सव्वत्थोवा अलोगस्स चरमन्तपदेसा अचरमन्तपएसा अणन्तगुणा चरमन्तपदेसा य अचरमन्तपदेसा य दोवि विसेसाहिया, दबट्ठपएसट्टयाए सव्वत्थोवे अलोगस्स एगे अचरमे चरमाई असंखेजगुणाई अचरमं च चरमाणि य दोवि विसेसाहियाई, चरमन्तपएसा असंखेजगुणा, अचरमन्तपएसा अणन्तगुणा, चरमन्तपएसा य अचरमन्तपएसा य दोवि विसेसाहिया लोगालोगस्स गं भंते ! अचरमस्स य चरमाण य चरमन्तपएसाण य अचरमन्तपएसाण य दबयाए पएसट्टयाए दवट्ठपएसट्टयाए कयरे २ हिंतो अ० ० तु० वि० १, गोयमा ! सवत्थोवे लोगालोगस्स दबट्टयाए एगमेगे अचरमे, लोगस्स चरमाई असंखेजगुणाई, अलोगस्स चरमाई विसेसाहियाई, लोगस्स (य) अलोगस्स य अचरमं य चरमाणि य दोवि विसेसाहियाई, पएसट्टयाते सत्वत्थोवा लोगस्स चरमन्तपदेसा, अलोगस्स चरमन्तपदेसा विसेसाहिआ, लोगस्स अचरमन्तपएसा असंखेजगुणा, अलोगस्स अचरमन्तपएसा अणन्तगुणा, लोगस्स य अलोमस्स घ चरमन्तषदेसा च अचरमन्तपदेसा य दोवि विसेसाहिया । दवट्ठपएसट्टयाए सवत्थोवे लोगालोगस्स दबट्टयाए एगमेगे अचरमे, लोगस्स चरमाई असंखेजगुणाई, अलोगस्स चरमाई विसेसाहियाई, लोगस्स य अलोगस्स य अचरम परमानिव दोवि विसेसाहियाई, लोगस्स चरमन्तपदेसा असंखेजगुणा, अलोगस्स य चरमन्तपएसा विसेसाहिया, लोगस्स
॥२३॥
dain Education International
For Personal & Private Use Only
www.jainelibrary.org