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प्रज्ञापनायाः मलय० वृत्ती.
३ अल्पबहुत्वपदे . द्रव्यक्षेत्रकालभावाल्प.सू.
॥१६॥
पएसट्टयाए संखिजपएसोगाढा पोग्गला पएसट्टयाए संखिजगुणा असंखिजपएसोगाढा पुग्गला पएसहयाए असंखेजगुणा दवट्ठपएसट्टयाए सव्वत्थोवा एगपएसोगाढा पुग्गला दबट्टपएसयाए संखिजपएसोगाढा पुग्गला दवट्टयाए संखिजगुणा ते चेव पएसट्टयाए संखिजगुणा असंखिजपएसोगाढा पुग्गला दबट्टयाए असंखिजगुणा ते चेव पएसट्टयाए असं खिज्जगुणा । एएसिणं भन्ते! एगसमयठिइयाणं. असंखिजसमयठिइयाणं पुग्गलाणं दबट्टयाए पएसट्टयाए दवट्ठपएसट्टयाए कयरे कयरेहितो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा?, गोयमा ! सवत्थोवा एगसमयठिइया पुग्गला दबट्टयाए संखिजसमयठिइया पुग्गला दबट्टयाए संखिजगुणा असंखिजसमयठिइया पुग्गला दवट्ठयाए असंखिजगुणा पएसट्ठयाए सवत्थोवा एगसमयठिइया पुग्गला पएसट्टयाए संखिजसमयठिइया पुग्गला पएसट्टयाए संखेजगुणा असंखिजसमयठिइया पुग्गला पएसट्टयाए असंखेजगुणा दवट्ठपएसट्टयाए सव्वत्थोवा एगसमयठिइया पुग्गला दबट्ठपएसट्टयाए संखिजसमयठिइया पुग्गला दबट्टयाए संखिजगुणा ते चेव पएसट्टयाए संखिजगुणा असंखिजसमयठिड्या पुग्गला दबट्टयाए असंखिजगुणा ते चेव पएसट्टयाए असंखिजगुणा । एएसि णं भंते एगगुणकालगाणं संखिजगुणकालगाणं असंखिजगुणकालगाणं अणंतगुणकालगाण य पुग्गलाणं दबट्टयाए पएसट्टयाए दवट्ठपएसट्टयाए य कयरे कयरोहिंतो अप्पा वा बहुया वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा?, गोयमा! जहा पुग्गला तहा भाणियत्वा, एवं संखिजगुणकालगाणवि, एवं सेसावि वण्णा गंधा रसा फासा भाणियबा, फासाणं कक्खडमउयगुरुयलहुयाणं जहा एगपएसोगाढाणं भणियं तहा भाणियत्वं । अवसेसा फासा जहा वन्ना तहा भाणियवा ॥ दारं (मू०९२)
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