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| ४ एए चत्तारि चउक्का सोलस भंगा, देसे कक्खडे देसे मउए देसे गरुए देसा लहुया देसे सीए देसे उसिणे देसे निद्धे देसे लक्खे एवं एते गरुएणं एगत्तएणं लहुएणं पोहत्तएणं सोलस भंगा कायचा, देसे कक्खडे देसे मउए देसा गरुया देसे लहुए देसे सीए देसे उसिणे देसे निद्धे देसे लक्खे ४ एएवि सोलस भंगा कायचा, देसे कक्खडे | देसे मउए देसा गरुया देसा लहुया देसे सीए देसे उसिणे देसे निद्धे देसे लक्खे एतेवि सोलस भंगा कायचा, | सवेऽवि ते चउसट्ठि भंगा कक्खडमउएहिं एगत्तएहिं, ताहे कक्खडेणं एगत्तएणं मउएणं पुहत्तेणं एते चउसट्ठि भंगा कायचा, ताहे कक्खडेणं पुहन्तएणं मउएणं एगत्तएणं चउसद्धिं भंगा कायचा, ताहे एतेहिं चेव दोहिवि पुहुत्तेहिं चउसट्ठि भंगा कायद्या जाव देसा कक्खडा देसा मउया देसा गरुया देसा लहुया देसा सीया | देसा उसिणा देसा निद्धा देसा लक्खा एसो अपच्छिमो भंगो, सघेते अट्ठफासे दो छप्पन्ना भंगसया भवंति । एवं एते बादरपरिणए अनंतपएसिए खंधे सधेसु संजोएसु बारस छन्नउया भंगसया भवंति । (सू. ६६९) कइविहे भंते ! परमाणु पं० १, गोयमा ! चउचिहे परमाणु प० तं० - दवपरमाणू खेत्तपरमाणू कालपरमाणू भावपरमाणू, दवपरमाणु णं भंते ! कइविहे प० १, गोयमा ! चउविहे प० तं०-अच्छेले अभेजे अज्झे अगेज्झे, खेत्तपरमाणू णं भंते! कइविहे प० १, गोयमा ! चउविहे प० तं०- अणद्धे अमज्झे अपदेसे अविभाइमे, कालपरमाणू पुच्छा, गोयमा ! चउविहे प० तं०-अवन्ने अगंधे अरसे अफासे, भावपरमाणू णं भंते! कइविहे प० १, गोयमा ! चउबिहे प० तं०-वन्नमंते गंधमंते रसमंते फासमंते । सेवं भंते २ त्ति जाव विहरति ॥ सूत्रं ६७०)। २० -५ ॥
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