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कुमार०
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॥ ॐ श्रीपार्श्वनाथाय नमः ॥
डानिवासि श्रीमान् श्रेष्ठीवर्य ऊमाजी ओखाजीनां सुपत्नी बाई नंदादेना जीवननो टुंक परिचय.
जगतमां सेंकडो माणसो जन्मे अने मरे छे, आ जन्मनार अने मरनार माणसोने दुनीया के तेनो आप्तवर्ग पण गण्या गांठया दीवसमां भूली जाय छे. पण जे माणसे जन्मी तेना जीवनमां परोपकार, नीति के योग्य मार्गमां कार्य कर्यु होय तेने दरेक माणस संभारे छे, अने तेना जीवननी तारीफ करवा साथे तेना जीवननी अनुमोदना करे छे. बाई नंदादे एक एवां सुशील बाई हतां के जेनी सरळता, धार्मिकता अने परोपकारिता समाजने ग्रहण करवा योग्य हती. ने तेथीज तेमनो टुंक परिचय नीचे प्रमाणे आपीए छीए.
बाई नंदादेनो जन्म वि. सं. १९२० मां अनेक जिनमंदिरो अने धर्मना आद्यस्थान तरीके शोभता मरुघरमां जोधपुर स्टेटमा सीलासणनामना गाममां धर्मनिष्ठ शेठ गोमाजी मेसदाजीने त्यां थयो हतो, मातपिताना धर्मनिष्ठ स्वभावे नंदादे धर्मनिष्ठ, जिनभक्तिपरायण अने व्यवहारदक्षताने जीवनमां एकमेक करतां योग्य ऊंमरे पहोच्यां.
तेओना पिता गोमाजी व्यवहारदक्ष होवाथी समानशील कुळ अने स्वभाववाळा साथे करायेल लग्न गृहस्थजीवनने
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