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॥ श्री भुवनतिलकसूरीश्वरजन पंथमाला- ४५ ॥ || विजयामश्य-कम-लब्धि भुवनतिनकसूरीश्वरेभ्यो नमः ।।
पर्व- चरित्र त्रयम्
(गद्य-पद्यात्मकम् )
कृतिकार - पू. अप्रसिद्धमिधर एवं
स्व. पू. आचार्य भगवान श्रीमद्विजयलब्धिसुरीश्वरजी महाराज
संपादक -
पू. आचार्यदेव श्रीमद्विजयभुवन मिलकसूरीश्वरजी महाराज के पट्टालंकार पू. आचार्यदेव श्रीमद्विजय भद्रंकरसूरीश्वरजी महाराजा सहायक - श्री जैन संघ पिंडवाड़ा
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