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लघुक्षेनियकुंडेसु निवडंति ॥५॥ नियजिनियपिढुलत्ता, पणवीसंसेणमुत्तमद्यगिरिं॥ प्रकरण ॥ जाममुहा पुबुदहिं, इयरा अवरोयदिमुर्विति ॥५॥ हेमवश् रोहियंसा,
रोहीया गंगगुणपरिवारा ॥ एरमवय सुवाम, रुप्पकुला ताण समा ॥६॥ हरिवासे हरिकंता,हरिसलिला गंगचनगुणनईया॥ एसि समा रम्मवए, नरकं ता नारिकता य॥६॥सीया सीया, महाविदेहम्मि तासु पत्तेयं ॥ निवड पणलक, उतीस सहस अडतीस नश्सलिलं ॥६॥ कुरुन चुलसीसहसा, बच्चे वंतरनईन पश्विजयं ॥ दो दो महानई, चनदस सहसाउ पत्तेयं ॥६३॥ अडसयरि महानज, बारस अंतरनईन सेसा ॥ परियरनईज चनदस, ल
का उप्पम सहसा य ॥६॥ एगारड नवकूडा, कुलगिरि जुयलत्तिगे वि पत्ते भयं॥श्य उप्परमा चन चन, वकारेसुत्ति चनसह॥६यासोमणसि गंधमायणि, ॥३०॥
सग सग विझुपनिमालवंति पुणो॥अहह सयवतीसं, अडनंदणि अ करि ।
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