________________ थान पाटी,पोथी,कवली,ठवणी,नोकरवाली एपांच ज्ञाननांउपकरण पांचमने उजमणे करे,तेम | वर्ग 5 |वली देरासरनां उपकरण करे॥रातेम पाखीनुं पमिक्कमणुं करतो अने चौदशनो उपवा| स करतो श्रावक पन्नरे दिननो पक्ष श्रने कुटुंबनो पद ए बे पढ़नी शुद्धि करे॥३१॥श्रा ! प्रमणानि, नोजयेन्मानुषाणि च // 2 // कारयेत्पञ्च पंचोचे, निोपकरणानि | च॥पञ्चम्युद्यापने तम्च्चैत्योपकरणान्यपि // 20 ॥पादिकावश्यकं तत्त्वं, चतु श्यामुपोषितम् // पदं विशुई तनुते, विधापि श्रावको निजम् // 1 // त्रिall षु चातुर्मासिकेषु, कुर्यात्षष्ठं तपः सुधी॥ अष्टपर्वण्यष्टमीं च, तदावश्यकयुक्स जेत् // 12 // अष्टमिकासु सर्वासु, विशेषात् पर्ववासरे // आरंनान् वर्जये / पाढ चोमासो,कार्तिक चोमासो अने फागुण चोमासो ए त्रण चोमासानी बह करे तथा | महोटुंपर्व पर्युषण थावे, तेवारें तेनी अहम करे, श्रने संवत्सरीनु पमिक्कमणुं करे // // सघला अहाश्ने विषे विशेष पर्वने दहाडे पोताना घरने विषे खांमवं, दल, धोवूतथा // 913 // Jain Education For Personal and Private Use Only Jainelibrary.org