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क.प.
॥४३९||
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श्रीनमिनाथनिर्वाणात् पञ्च लक्ष वर्षे श्रीनेमिनिर्वाणं, तेवारपछी चोरासी सहस्र नव शत एंसी वर्षे ||| अन्तराणि पुस्तकवाचनादि ॥ २१
___ श्रीमुनिसुव्रतना निर्वाणथी छलाख वर्षे श्रीनमिनिर्वाणं, तेवारपछी पांच लाख चोर्यासी सहस्र नवशत | एसी वर्षे पुस्तकवाचनादि । २० ___श्री मल्लिनाथना निर्वाणथी चोपन लाख वर्षे श्रीमुनिसुव्रतनिर्वाणं, तेवारपछी इग्यार लाख चोर्यासी | हजार नबसें एंसी वर्षे पुस्तकवाचनादि ॥ १९
श्री अरनिर्वाणथी कोटिसहस्र वर्षे श्रीमल्लिनिर्वाणं तिवारपछी पांसठ लाख चोर्यासी हजार नवसो एंसी वर्षे पुस्तकवाचनादि ॥ १८
श्री कुंथुनाथना निर्वाण पछी कोटीसहस्र वर्षे न्यून पल्योपमने चोथे भागे श्रीअरनाथनिर्वाणं, तिवारपछी | सहस्र कोटि पांसठ लाख चोरासी हजार नवसो एंशी वर्षे पुस्तकवाचनादि ॥ १७
||॥४३९|| श्रीशांतिनाथना निर्वाणथी अर्ध पल्योपमें श्रीकुंथुनाथनिर्वाणं, तिवारपछी पल्योपमनो चोथो भाग तथा
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