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आवश्यक नियुक्तरेव
चूर्णिः ।
॥२॥
'आवश्यक नियुक्ति ' ना कर्ताः- श्री भद्रबाहस्वामीजी महाराज छे. तेनी गाथा २५५० अने श्लोक ३१०० परिशिष्टप्रमाण छे.
'आवश्यक मूळ भाष्य' (लघु) गाथा १८३ श्लोक २२५ लगभग. 'आवश्यक मूल भाष्य' (मध्यम ) गाथा ३०० श्लोक ३७५ लगभग.
'आवश्यक मूल भाष्य' (बृहत् ) बीजु नाम 'विशेष आवश्यक भाष्य ' गाथा ३६२५ श्लोक ४००० कर्ताः 'श्री। जिनभद्रगणिक्षमाश्रमण महाराज.' छपायुं छे. प्रकाशकः 'श्री यशोविजयजी जैन ग्रंथमाळा.'
'आवश्यक चूर्णि' कर्ताः श्री जिनभद्रगणिमहत्तर गाथा १३६०० श्लोक १८४६४. छपायुं छे. बे भाग. प्रकाशकः श्री ऋषभदेवजी केशरीमलजीनी पेढी, रतलाम. ___आवश्यक मूल अने नियुक्ति मूलभाष्य अने त्रणे उपर 'शिष्यहिता' टीका श्लोक २२००० त्रण भाग. छपायुं छे. प्रकाशकः श्री आगमोदय समिति, सूरत.
'आवश्यक नियुक्ति दीपिका' कर्ताः श्री माणिक्यशेखरसूरि श्लोक ११७०० छपायु छे. त्रण भाग-प्रकाशकः- श्री विजयदानसूरीश्वरजी जैन ग्रंथमाळा मूरत, संशोधक : पं. श्री. मानविजयजी गणि, जेओए आ अवचूर्णितुं संपादन करी आप्युं छे. आ विषयना निष्णात होवाथी तेओश्रीने सपादन- कार्य फंड तरफथी सोंपवामां आव्युं छे.
Hal॥२॥
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