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भावनगर-श्री "शारदाविजय" जैन ग्रन्थमाला. (२)
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श्रीरत्नप्रनसूरि-शिष्य-आचार्यश्रीकमलप्रनविरचितम्
श्रीपुण्डरीक-चरित्रम्.
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संपादक:-दोशी-जीवराजतनुजा पं०-वेचरदासो न्यायतीर्थो व्याकरणतीर्थश्च. इदं पुस्तकं शाह-गिरधरलाळस्यात्मजेन मोहनलालेन भावनगरे शारदाविजय-मुद्रणालये मुद्रयित्वा प्रकाशितम्. : २०. सन् १९२४ वैक्रमम् १९८० वर्धमानीयम् २४५०
मूल्यम् १०-०-० रूप्यकाः Matulal Bashkarbhai at the Sharda-Vijaya printing press-BHAVNAGAR. បានដៃ BHBaaaaaacasesexaaaaaaaaaaaaaaaaaa
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