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अञ्जन प्र. कल्प
मंत्रो
॥७२॥
CONSTRUALSACRECRETARA
न्यास योग्य हाथना विभागो ॐ हाँ अर्हन्तो अंगुष्ठाभ्यां नमः ।
बने अंगुठाओ पर ॐ ही सिद्धाः तर्जनीभ्यां नमः।
बने तर्जनी आंगलीओ पर ॐ हूँ आचार्या मध्यमाभ्यां नमः।
बंने वचली , " ॐ हैं हौं उपाध्याया अनामिकाभ्यां नमः ।
बंने अनामिका " "
बने टचकी ॐ ह्रः सर्वसाधवः कनिष्ठिकाभ्यां नमः।
, , ॐ हाँ ह्रीं हूँ हैं ही हूः दर्शनज्ञानचारित्रतपांसि धर्माः
बंने हाथना उपर तथा करतलकरपृष्ठाभ्यां नमः।
नीचेना भाग उपर गुरुपूजन :--
"ॐ हौँ नमो अरिहंताणं, ॐ हौँ नमो अहं नमो हंसः नमो हेसः नमो हंस; गुरुपादुकाभ्यां नमः" ए मंत्र बोली गुरुपूजन कर. || धर्माचार्यपूजन :--
"ॐ हाँ हाँ नमो अहं हंसः धर्माचार्याय नमः" ए मंत्र द्वारा धर्माचार्य, पूजन करवू.
985A5A5उन्मान
॥७२॥
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