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वीसं सागरोवमट्ठितीयाओ आउक्खएणं भवक्खएणं ठिइक्खएणं अणंतरं चयं चइत्ता, इहेव जंबुद्दीवे दीवे भारहे वासे दाहिणद्धभरहे] इमोसे ओसप्पिणीए सुसमसुसमाए समाए विइक्कंताए, सुसमाए समाए विइक्कंताए, सुसमदुस्समाए समाए वितिक्कताए, दुस्समसुसमाए समाए बहुविइक्कंताए [सागरोवमकोडाकोडीए बायालीसवाससहस्सेहि ऊणियाए] पंचहत्तरीए वासेहिं अद्धनवमेहि य मासेहिं सेसेहि, एक्कवीसाए तित्थयरेहिं इक्खागकुलसमुप्पन्नेहि कासवगुहि, दोहि य हरिवंसकुलसमुप्पन्नेहिं गोयमसगोत्तेहि, तेवीसाए तित्थयरेहि विइक्कतेहिं, समणे भगवं महावीरे चरिमतित्थयरे पुन्वतित्थयरनिद्दिठे, माहणकुंडग्गामे नयरे उसभदत्तस्स माहणस्स कोडालसगुत्तस्स भारियाए देवाणंदाए माहणीए जालंधरसगुत्ताए पुव्वरत्तावरत्तकालसमयंसि हत्थुत्तराहिं
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कल्पसूत्र
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