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Sauerst
नायए य खत्तिए अ आमंतित्ता । ततो पच्छा व्हाया कयबलिकम्मा कयकोउयमंगलपायच्छित्ता सुद्धप्पावेसाई मंगल्लाइं पवराई वत्थाई परिहिया अप्पमहग्घाभरणालंकियसरीरा भोयणवेलाए भोयणमंडवंसि सुहासणवरगया। ते णं मित्तनाइनियगसयणसंबंधिपरिजणेणं नायएहि य सद्धि तं विउलं असणपाणखाइमसाइमं आसाएमाणा विसाएमाणा परिभुजेमाणा परिभाएमाणा विहरंति ॥१०१॥ _ जिमियभुत्तुत्तरागया वि य णं समाणा आयंता चोक्खा परमसुइभूया तं मित्तनाइनियगसयणसंबंधिपरिजणं नायए य खत्तिए य विउलेणं पुप्फवत्थगंधमल्लालंकारेणं सक्कारेंति सम्माणेति, सक्कारित्ता सम्माणित्ता तस्स मित्तनाइनियगसयणसंबंधिपरिजणस्स नायाण य खत्तियाण य पुरओ एवं वयासी ॥१०२॥
कल्पसूत्र
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