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________________ दिगम्बर जैन अंक ] पट्टा वाइसराय लोर्ड मिन्टो रद्द कर गये थे सोनागिर--उपसर्ग निवारणके लिये चैत्र उसकी अपील प्रिवी कौ सेल ( विलायत ) में सुदी १को कई स्थानोंपर पूजन करके उपवास वर्षोंसे चलती थी वह अपील विलायतमें रद्द किया गया था। सोनागिरके सब मंदिरोंपर हो गई है। अभी इनकप्तन केस व श्वे० का अब कमाड हो गये हैं। पट्टा (वेचाण) रद्द करने का केस चल रहा है। उदैपुर-में पार्श्वनाथ दि. जैन विद्यालयका तथा पूजा केसमें तो हमारी ही फतह हुई है। वार्षिकोत्सव चैत्र वदी १२-१३ को होगया। रांची में गत ता. २१ से इंककसन केस चलू ८ वर्षतक रहकर अध्ययन करें ऐसे छात्रोंकी हुआ है। यहां आवश्यकता है। महावीरजी-तीर्थ का मेला चैत्रसुदी १५ अलीगढ़ में भी चैत्र सुदी १३ पर पंचको होता है वहांकी व्यवस्था सुधारने के लिये कल्याणक प्रतिष्ठा, जीवरक्षिणी सभा तथा इसवार वहां चैत्र सुदी १४ को खासर जैनोंकी पल बड़वाह-में बेसरबाई कन्या पठशालाका एक मीटिंग होगी तथा हमारी तीर्थक्षेत्र कमे. वार्षिकोत्सव गत मातमें हो गया। टीका दफ्तर वहां जायगा व कमेटी में ही भंडार __ केकडीमें अनेक संस्थाएं-केकडीमें पं. देनेका प्रबंध किया जायगा । धन्नालालगी पाटनी व सेठ लखमीचंदजी सेठी न. मुनि श्री चंद्रमागरजी- का शरीर सीराबादके द्रव्यव्ययसे उदासीनाश्रम, पाठशाला, भब स्वस्थ होता जाता है । माप अभी दो माह बोर्डिग, जैन सरस्वतीभवन व औषधालय खुला सिद्धवरकूट क्षेत्रमें ही निवाप्त करेंगे । तथा करग । तथा है निप्तका संयुक्त नाम दि. जैन पारमार्थिक भाप वैशाख सुदी ५को केशलोंच करेंगे। संस्थाऐं केकड़ी (अजमेर) रखा है। लाभ लेनेवाले अष्टानिकामें बड़ा दान-सुनानगढ़में उदासीन व बोर्डिंगमें रहनेवाले छात्र मंत्रीके मष्टानिकापर्वमें ढाईद्वीप पूजन भी किया गया नामसे पत्र व्यवहार करें। था तथा सेठ जुहारमलनी पांड्याके सुपुत्र दिल- भिलवडी-में चैत्र सुदी ५-६-७को श्री सुखजीने ९ उपवास निर्विघ्नतासे किये थे। जिनसेनखामीका जयती उत्सव होगा व साथमें पारणाके दिन आपने ३२५१) का इस प्रकार द० म. जैन सभाका नैमितिक अधिवेशन होगा। दान किया व सात व्यसन तंबाकू आदिका अंतरीक्षजी में नया उपद्रव-श्री० चवरे यावज्जीव त्याग किया--३०००) मंदिरमें उप. वकील द्वारा समाचार मिले हैं कि श्वेतांबरियोंने करण, ५०) स्था. पाठशाला, ५०) बडनगर अंतरीक्षजी क्षेत्रके दि० मुनीम, पूनारीके साथ अनाथालय, ५०) लाडनू मंदिर, पचीस २ रु० बासीमकी कोर्ट में एक फौनदारी दावा किया है मन्य चार संस्थाओंको। जिप्तकी सुनाई गत ता. ४ को थी। १४४वीं स्या महाविद्यालय-काशीका वार्षि- कलमके अनुसार हुकम निकालने की भी श्वेने कोत्सव आगामी वैशाख वदी १४ को होगा। सु. पुलीसको अरजी की है।
SR No.543195
Book TitleDigambar Jain 1924 Varsh 17 Ank 05
Original Sutra AuthorN/A
AuthorMulchand Kisandas Kapadia
PublisherMulchand Kisandas Kapadia
Publication Year1924
Total Pages34
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Digambar Jain, & India
File Size7 MB
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