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________________ अनेकान्त 68/4 अक्टू-दिसम्बर, 2015 भावभीनी श्रद्धांजलि 93 लाला अजित प्रसाद जैन वीर सेवा मंदिर के मंत्री श्री सुनील जैन (पीतल वाले) के पूज्य पिताश्री ला. अजितप्रसाद जी का लम्बी बीमारी के बाद 23 मई 2015 को देहावसान हो गया। लालाजी जीवन के अंतिम 25 वर्षों से हस्तिनापुर बड़े मंदिर में अपनी आत्म साधना में लीन रहे । धार्मिक संस्थाओं विशेषरूप से अहिंसा इंटरनेशनल, वीर सेवा मंदिर, भारतीय जैन मिलन आदि को सहयोग देते हुए खुले हाथ से दान देते रहे। व्यापार शिरोमणि के रूप में बाजार सीताराम में जैन एल्युमिनियम कं. से प्रारम्भ कर अपने व्यवसाय को उच्चतम स्तर पर प्राप्त किया। सन् 1971 में जैन एल्युमिनियम क. के नाम से एल्युमीनियम उत्पादों का व्यापार प्रारंभ किया जो समय के साथ बढ़ती गयी और 1976 में एक और फर्म एल्युमीनियम सेन्टर के नाम से रघुश्री मार्केट में खोली । आज आपके सुयोग्य पुत्रस श्री सुनील जी की देखरेख में पनप रहा है। आप परम मुनिभक्त रहे और साधु-मुनियों की सेवा करना उन्होंने अपने जीवन का प्रमुख उद्देश्य बनाया था। उन्हीं के जीवन-आदर्श सिद्धान्तों पर उनका सम्पूर्ण परिवार पालन कर रहा है। वीर सेवा मंदिर परिवार पदाधिकारी एवं कार्यकारिणी सदस्य दिवंगत आत्मा को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए सद्गति व शाश्वत सुख की कामना करते हैं। अध्यक्ष / महामंत्री, वीर सेवा मंदिर
SR No.538068
Book TitleAnekant 2015 Book 68 Ank 01 to 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJaikumar Jain
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year2015
Total Pages384
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size1 MB
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