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अनेकान्त 68/2, अप्रैल-जून, 2015 विरोधों के समन्वय की एक ऐसी विधायक दृष्टि प्रस्तुत करता है जिससे मानव जाति को संघर्षों के निराकरण में सहायता मिल सकती है। __पं. नेहरू ने कहा था कि गुटनिरपेक्षता का तात्पर्य यह कदापि नहीं कि हम चुप रहेंगे। जहाँ भी अन्याय होगा, स्वतंत्रता को खतरा होगा या किसी पर आक्रमण किया जायेगा। हम उसका विरोध करेंगे और ऐसे समय में हम तटस्थ नहीं रहेंगे। गुटनिरपेक्ष राष्ट्र न्याय पक्ष का समर्थन करता है। गुटनिरपेक्षता तृतीय विश्वयुद्ध की जनता को अपना भविष्य निर्मित करने में सहायता देती है। __द्वितीय विश्वयुद्ध के पश्चात् अमरीका और सोवियत संघ के शीत युद्ध में दोनों में नव स्वतंत्र राष्ट्रों को अपने पक्ष में करने का प्रयत्न किया। भारत जैसे अनेक राज्य शीत युद्ध को विश्वशांति के लिए हानिकारक मानते थे इसलिए उन्होंने शीतयुद्ध का विरोध करना अपनी विदेश नीति का मूल सिद्धान्त बनाया। गुटनिरपेक्षता के समर्थक देशों ने शीतयुद्ध का विरोध तथा शांतिपूर्ण सहअस्तित्व तथा राष्ट्रों के मध्य सहयोग का समर्थन किया।
गुटनिरपेक्षता की नीति के समर्थक मानते हैं कि सैन्य और राजनीतिक गठबन्धन विश्वशांति के लिए खतरा है क्योंकि प्रत्येक गठबन्धन का एक प्रतिकूल गठनबंधन है इसलिए यह अन्तर्राष्ट्रीय वातावरण में भय, शंका, घृणा और अविश्वास को जन्म देता है।
गटनिरपेक्षता की नीति शीतयद्ध तथा शक्ति की राजनीति के विरुद्ध शांतिपूर्ण सहअस्तित्व तथा पारस्परिक विकास में विश्वास करती है। गुटनिरपेक्षता यह मानती है कि साम्यवादी तथा गैरसाम्यवादी राष्ट्रों के बीच मित्रता पैदा करना तथा उसका विकास करना सम्भव है। ___ गुटनिपेक्षता की नीति शस्त्रीकरण का विरोध करती है। यह शस्त्रीकरण के स्थान पर शांतिपूर्ण विकास और अधिक समृद्धि को महत्व देती है। गुटनिरपेक्षता की नीति राष्ट्रवाद की समर्थ है। यह नीति प्राचीन राष्ट्रों के लिए स्वतंत्रता प्राप्त करने के पक्ष में है।
यह नीति जाति रंग के आधार पर भेदभाव न करके विश्वबन्धुत्व और विश्वशांति में विश्वास करती है। यह नीति समयानुकूल परिवर्तन में विश्वास करती है। यह निर्भीकता और साहस की नीति है। यह विश्वशांति