________________
अनेकान्त 63/3, जुलाई-सितम्बर 2010
51. पुरुषार्थसिद्ध्युपाय, 146 52. सागारधर्मामृत, 2/17 53. यजुर्वेद, 16/3 54. वही, 13/48 55. वही, 13/43 56. वही, 13/50 57. वही, 13/49 58. पुरुषार्थसिद्ध्युपाय, 65-58 59. ऋग्वेद,, 8.2.12 60. पुरुषार्थसिद्ध्युपाय, 62-64 61. द्रष्टव्य- यजुर्वेद, 30/1, 23/30 आदि। 62. वसुनन्दिश्रावकाचार, 88-93 63. द्रष्टव्य- अभिज्ञज्ञन शाकन्तुल का प्रथम अंक 64. लाटी संहिता, 2/139 65. वही, 2/144-145 66. तैत्तिरीय संहिता 4.1.10 की सायणाचार्यकृत व्याख्या। (स्तेना गुप्तचौरा: तस्करा: प्रकटचौराः
अतिप्रकटा निर्भया ग्रामेषु वत्दित्करा ममिक्तुक) 67. यजुर्वेद 11/77-78 68. कुरलकाव्य, 15/10 69. सप्त मर्यादाः कवयस्ततक्षुस्तासामेकामिदभ्यंहुरो गात्।- ऋग्वेद, 10.5.6 70. यास्ककृत निरुक्6/27 71. ऋग्वेद, 10.117.3 72. वही, 10.107.8 73. यजुर्वेद 40.1 74. अथर्ववेद 3.24.5 75, द्रष्टव्य-ऋग्वेद, में आचार सामग्री, पृ. 96-114 76. तत्त्वार्थसूत्र, 7/38,39 77. रत्नकरण्डश्रावकाचार, 117 78. मनुस्मृति, 6/46 79. लिंगपुराण, 202 80. व्रतविधानसंग्रह, पृष्ठ 31 81. सागारधर्मामृत, 2/76 82. योगसार, 8/82 83. महाभारत शान्तिपर्व15(जैनधर्म की मौलिक विशेषतायें द्वितीय संस्करण पृ.61 से
उद्धृत) 84. द्रष्टव्य- संस्कृत हिन्दी कोश (आप्टे), क्षीरवृक्ष 85. द्रष्टव्य- पुरुषार्थसिद्ध्युपाय 61, उपासकाध्ययन 255, सागारधर्मामृत 2/2, लाटीसंहिता,
1/7 सावयधम्मदोहा 22, पद्मनन्दिश्रावकाचार, 3/6 रत्नमाला 19, आदिपुराण 38/22 86. पुरुषार्थसिद्ध्युपाय, 72
अध्यक्ष- संस्कृत विभाग
एस. डी. कालेज मुजफ्फरनगर (उ.प्र.)