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________________ अनेकान्त-57/1-2 मुनि डूंगरमल साध्वी संघमित्रा श्री धनराज द्वितीय श्री बुद्धमल्ल प. पन्नालाल साहित्याचार्य पाण्डवविजयः गीतिगुच्छः संस्कृतगीतमाला भावभास्करकाव्यम् रोहिणेयः सम्यक्त्वचिन्तामणिः, सम्यम्दानचन्द्रि का, सम्यक्चारित्रचिन्तामणिः। गद्य काव्य पण्डिता क्षमाराव हृषीकेश भट्टाचार्य विचित्रपरिषद्यात्रा, कथामुक्तावली उद्भिज्जपरिषद्, महारण्यपर्यवेक्षण आदि।। निबंध (प्रबन्धमंजरी) शिवराज्यविजयम्, कथाकुसुमम् दरिद्राणां हृदयम्, दिव्यदृष्टिः अन्तर्दाहः, किशोरकथावलिः (कहानीसंग्रह) कुसुमलक्ष्मीः चारुचरितचर्चा वर्णिचरितम् इन्दिरा, देवी कुमुदवती मंगलायतनम् परीष्टिदर्शनम् (व्यंग्यरचना) कौमुदीकथाकल्लोलिनी शैवालिनी, कुमुदिनी, विलाससुन्दरी, लोकमान्यतिलकचरितम् अम्बिकादत्त व्यास नारायण शास्त्री खिस्ते रामकिशोर मिश्र डॉ. कृष्णकुमार डॉ. रमेशचन्द्र शुक्ल श्री रामनाथ पाठक 'प्रणयी' विद्यावाचस्पति अप्पा शास्त्री बिहारीलाल शर्मा डॉ. उमाकान्त शुक्ल डॉ. रामशरण त्रिपाठी चक्रवर्ती राजगोपाल श्री वामन कृष्ण चित्तले चम्पूकाव्य आचार्य ज्ञानसागर पं. मूलचन्द्र शास्त्री श्री नारायण शास्त्री खिस्ते श्री परमानन्द वैद्यरत्न पाण्डेय नाट्य श्री अम्किादत्तव्यास श्री रामकिशोर मिश्र श्री हरिदास सिद्धान्तवागीश श्री पंचानन तर्करत्न श्री मूलशंकर मा. याज्ञिक म. म. मथुराप्रसाद दीक्षित दयोदयचम्पू वर्धमानचम्पू विद्वच्चरितपचकम् महावीरतीर्थकरचम्पू सामवतम्, धर्माधर्मकलकलम्, मित्रालापः पत्नीत्यागपत्रम्, ध्रुवम्, अंगुष्ठदानम्, त्यागपत्रनिरासम् मिवारप्रतापम्, शिवाजीचरितम्, बंगीयप्रतापम् अमरमंगलम्, कलंकमोचनम् प्रतापविजयम्, संयोगितास्वयंवरम्, छत्रपतिसाम्राज्यम् वीरप्रतापम्, वीरपृथ्वीराजम्,
SR No.538057
Book TitleAnekant 2004 Book 57 Ank 01 to 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJaikumar Jain
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year2004
Total Pages268
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size9 MB
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