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________________ अनेकान्त/55/2 3. 14. योगेन्द्र मिश्र, एन अर्ली हिस्टरी ऑफ वैशाली, दिल्ली, 1962, वैशाली अभिनन्दन ग्रन्थ, पृ. 251-59 तथा ब्र. चन्दाबाई अभिनन्दन ग्रन्थ, पृ. 669-76. 15. डॉ. वी. एस. अग्रवाल द्वारा लिखित (श्री विजयेन्द्र सूरि लिखित पुस्तक) की भूमिका एवं वैशाली अभिनन्दन ग्रन्थ, पृ. 108. 16. पं. बलदेव उपाध्याय, वैशाली अभिनन्दन ग्रन्थ, पृ. 237-42. 17. टी. एन. रामचन्द्रन्, वही, पृ. 128-33. 18. जे. सी. माथुर, वही, पृ. 387. 19 डॉ. सुरेन्द्रनाथ दीक्षित, वही, पृ. 398-99. 20. श्री नागेन्द्र प्रसाद सिंह, वही, पृ. 471-72. 22. पं. बिहारी लाल शर्मा, "मंगलायतनम्", संस्कृत गद्य रचना, 2500 वाँ निर्वाण महोत्सव वर्ष 1975 में वीर सेवा मन्दिर ट्रस्ट, वाराणसी से प्रकाशित। जैन-विद्वान् 1. ब्र. भूरामल शास्त्री (आचार्य ज्ञानसागर) वीरोदय महाकाव्य, दूसरा सर्ग। 2 पं. मूलचन्द शास्त्री, वर्धमान चम्पू। श्री चिमनलाल जे शाह, जैनिज्म इन नॉर्थ इण्डिया (800 बी सी से 526 एडी.) लौंगमेन्स ग्रीन एण्ड कम्पनी, 1932, पृ 23-241 4 बाबू कामता प्रसाद जैन, "वैशाली" शीर्षक लेख, जैन सिद्धात भास्कर, वर्ष-3, 1936-36, पृ 48-521 5. जे. एल. जैनी, आउट लाइन्स ऑफ जैनिज्म, कैम्ब्रिज, 1916, रिप्रिन्ट 1940 पृ 27। 6 प. कल्याणविजय गणि, श्रमण भगवान महावीर, शास्त्र सग्रह सतिति, जालोर, 1941 प्रस्तावना, पृ 25-281 7 प. के भुजबली शास्त्री, "भगवान महावीर की जन्म भूमि' शीर्षक निबन्ध, जैन सिद्धांत भास्कर, 10/2, सन् 1943. पृ. 60661 8. विजेन्द्र सूरि, वैशाली (प्रथम एव द्वितीय सस्करण) सन् 1946, 1957, तीर्थकर महावीर, भाग-1. बम्बई, 1960, वैशाली अभिन्नदन ग्रन्थ, पृ. 160 16 एवं 214 9. डॉ. जगदीशचन्द्र जैन, लाईफ इन एशिएण्ट इण्डिया एज डिपिक्टेड इन द जैन कैनन्स, बम्बई, 1947, पृ. 297. 10. पं. सुखलाल सघवी, अध्यक्षीय भाषण, नवम वैशाली महोत्सव 28 मार्च 1953, वैशाली अभिन्नदन ग्रन्थ, पृ. 84-94. 11. डॉ. नेमिचन्द्र शास्त्री, ब्र. चन्दाबाई अभिन्नदन ग्रन्थ, आरा 1954, पृ. 626. 12. श्री बी. सी जैन वही, पृ. 688 13. डॉ. हीरालाल, वैशाली अभिन्नदन ग्रन्थ, पृ. 97-98, प्राकृत जैन शास्त्र और अहिंसा शोध सस्थान वैशाली का कैलेण्डर, सन् 1961, सन् 1992 तथा वीरजिणिंद चरिउ की प्रसतावना। 14. आचार्य श्री हस्तिमल्ल जी महाराज, जैन धर्म का मौलिक इतिहास, पृ 556 (उद्धत शोधादर्श-44, पृ. 59.)।
SR No.538055
Book TitleAnekant 2002 Book 55 Ank 01 to 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJaikumar Jain
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year2002
Total Pages274
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size8 MB
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