SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 91
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 46 अनेकान्त/53-24 % %%%%%%%%% %%%%%%% %%% % 3. सम्मानीय सदस्यता-जो 1,25,000/- रुपए दान करे या कराए। 4. संरक्षक सदस्यता-जो 5,00,000/- रुपए दान करे या कराए। संरक्षक सदस्यता सोसाईटी, फर्म, एच.यू.एफ. या कम्पनी भी ले सकती हैं। शिखरजी के लिए आपका छोटे-से-छोटा दान भी ट्रस्ट की सफलता का सम्बल बनेगा। आप खुशी के मौके पर अथवा अपने प्रियजन की याद में ट्रस्ट को दान देना न भूलें। पंचकल्याणकों के अवसर पर शिखरजी के लिए भी एक बोली लगवाकर सहयोग करें। सभी दिगम्बर जैन आचार्यों, मुनियों, आर्यिकाओं एवं विद्वत वर्ग से निवेदन है कि ट्रस्ट के लिए समाज को सहयोग देने की प्रेरणा दें। समाज के सभी युवकों, बच्चों, पुरुषों एवं महिलाओं से आग्रह है कि अधिक से अधिक सहायता देकर ट्रस्ट को मजबूत बनाएं। सभी ग्राम-नगरों व मोहल्लों की पंचायतों, आन्दोलन समितियों, अखिल भारतीय अथवा स्थानीय संस्थाओं के पदाधिकारी समाज की बैठक बुलाकर शिखरजी की वस्तु स्थिति से अवगत कराकर धन एकत्र करें और दातारों की सूची सहित चेक, बैंक ड्राफ्ट अथवा नकद सीधे ट्रस्ट कार्यालय में भेजें। सभी दातारों की रसीदें अलग-अलग नाम से भेज दी जायेंगी। ध्यान रहे ट्रस्ट का कोई प्रचारक चन्दा एकत्र करने नहीं भेजा जाता है। बूंद-बूंद जल से सागर बनता है अत: आप अपनी बचत से कोई भी राशि ट्रस्ट को स्थाई रूप से अवश्य भेजते रहें। आपके सक्रिय सहयोग से ही ट्रस्ट को बल मिलेगा और आपका यह ट्रस्ट अधिक तत्परता से शिखरजी की सुरक्षा और विकास में अग्रसर होगा। ट्रस्ट बुक सं. IV भाग 2528 पृष्ठ 76 पर नई दिल्ली में पंजीकृत है। सहयोग भेजने का पता श्री दिगम्बर जैन शाश्वत तीर्थराज सम्मेद शिखर ट्रस्ट वीर सेवा मन्दिर, 21, दरियागंज, नई दिल्ली-110002 फोन : 3250522 SHREE DIGAMBAR JAIN SHASHWAT TEERATHRAJ SAMMED SHIKHAR TRUST Vir Sewa Mandir, 21, Daryaganj, New Delhi-110002 Ph. . 3250522 %%% %%% %% %%%%%%%%%% %%%%
SR No.538053
Book TitleAnekant 2000 Book 53 Ank 01 to 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJaikumar Jain
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year2000
Total Pages231
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size8 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy