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________________ **** *xxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxxx* नैतिक शिक्षा-समिति : आशा की किरण गर्मियों की छुट्टियों में दिगम्बर जैन नैतिक शिक्षा समिति दिल्ली ने राजधानी की इक्कोस कालोनियों में शिक्षग शिविर आयोजित किये। विद्वानों द्वारा प्रातः बच्चों को धर्म की प्रारम्मिक जानकारियां दो जाती थीं और रात्रि में समाज के पुरुषों और महिलाओं को धार्मिक शिक्षा दी जातो यो। लगमा ४००० शिक्षार्थी इन शिविरों से लामावित हए। बच्चों में देवदर्शन, पूजा, शाकाहार करने, रात्रि में भोजन नहीं करने, वकं आदि अमश्य ग्रहण नहीं करने के संस्कार मरे गये। XKKKK**************** XXXXXXXXXXXX दिनांक ५-७-६२ को समापन समारोह में १४ बच्चों ने अपने भाषण दिये और उन्होंने स्वीकार किया कि इस तरह के शिविर वास्तव में हमारे जीवन को ऊँचा * उठाने में सक्षम हैं। समारोह के मुख्य अतिथि श्री चक्रेशकुमार जैन, महासचिव लोक समा थे और अध्यक्षता महासमिति के अध्यक्ष श्री रतनलाल गंगवाल ने की। इस अवसर पर दिल्ली नगर के ५०० से अधिक लोग उपस्थित थे। इस अवसर पर शिविर के विद्वानों को सम्मानित भी किया गया। नैतिक शिक्षा का यह कार्यक्रम अब उत्तर प्रदेश और हरियाणा में मो चलाये * जाने को योजना है। इस समारोह में श्री जैनेन्द्र कुमार जैन एडवोकेट रोहतक, श्री ताराचन्द प्रेमी हरियाणा व श्री जयनारायण जेन मेरठ भी उपस्थित थे। समिति के संरक्षक श्री सुभाष जैन (शकुन प्रकाशन), श्री पदमप्रसाद जैन (सुप्रीम होजरी), अध्यक्ष श्री धनपाल सिंह जैन तया मंत्री श्री विमत प्रसाद जैन (डेसू) हैं। समो को हमारी वधाई। हम आशा करें कि ऐसे आयोजन बड़े पैमानों पर जगह जगह होंगे-और जैन संस्कारों के प्रचार को बल मिलेगा। XXXXKK**XXXXXXXXXXXXXKKkk:***** आजीवन सदस्यता शुल्क : १०१.०० ७० वार्षिक मूल्य : ६) ६०, इस अंक का मूल्य १ रुपया ५० पैसे
SR No.538045
Book TitleAnekant 1992 Book 45 Ank 01 to 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPadmachandra Shastri
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1992
Total Pages144
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size7 MB
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