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________________ वीर सेवा मन्दिर का मासिक अनकान्त (पत्र-प्रवर्तक : प्राचार्य जुगल किशोर मुख्तार 'युगवीर') वर्ष ३९: कि०२ अप्रैल-जून १९८६ इस अंक मेंकम विषय १. जिनवाणी-महिमा २. अपभ्रंश कविश्री जोइन्दु का माहित्यिक अवदान ____-~डा. आदित्य प्रचडिया ३. वर्णी वाणी से ४. आचार्य सोमदेव की आर्थिक विचारधारा -श्री चन्द्रशेखर एम० ए० ५. प्राच्य भारतीय भाषाओ में पार्श्वनाथ चरित की परम्परा-डा. राजाराम जैन, आरा ६. जैन विद्याओ मे शोध एक सर्वेक्षण -डा० नन्दलाल जैन, रीवा ७. धर्मसार सतसई : श्री कुन्दनलाल जैन दिल्ली १६ ८. उड़ीसा मे प्राचीन गुफाओ मे दशित जनधर्म एवं भारत-श्री हरेन्द्रप्रसाद सिन्हा ६. सुकेतु श्रेष्ठी की कथा १०. संस्थाओ की सुरक्षा : टेढ़ा प्रश्न -श्री पद्मचन्द्र शास्त्री, नई दिल्ली ११. जरा सोचिए : आगम रक्षा एक समस्या -सम्पादकीय १२. महापाप : परिग्रह-५० जुगलकिशोर आ०पृ० २ प्रकाशक वीर सेवा मन्दिर, २१ दरियागंज, नई दिल्ली-२
SR No.538039
Book TitleAnekant 1986 Book 39 Ank 01 to 04
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPadmachandra Shastri
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1986
Total Pages144
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size8 MB
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