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२२, बर्वे १४, किरण
देण्पा पट्टियल
(द) नोति ग्रन्थ रचनायें चौथी सदो जैन साधुगण
मन्दुरयनार
कणमेदेयार मनप्पाडियार
बारहवी.
नालडियार पलमालिनानर प्राचारको सिरुपंच मुलं एलादि प्ररनेरिच्चार तिर्णमालनूरैवदु तिरिकडकं इन्ननादु इनियर्वनापंदु नान्मणिकाडि जीव सबोधन कोंगुमण्डल शतक नेमिनाथ शतकं
नेरहवी
(य) तकंग्रन्थ रचनायें
११वीं सदी
ई. ५वीं शताब्दी कोंगुवेलिर (राजा) पेरंगरै " , वलयापति वलयापति
ममय दिवाकर , दसवा " वामन मनिदर
मेरु मन्दिर पुगण
नारदरचरित , ,, जेयं कोण्डार कलिगत्तुपरणि , ग्यारहवी,
शान्तिपुराण उदयणकुमार काविय इन्दिर कावियं नक्कोर अडिनल नंदत्तं तक्काणियं यशोधर कावियं
नागकुमार कावियं , चौदहवीं ,
किलिविरुत्तं एलिविरुन
मल्लिनाथ पुराण (ब) कोश रचनायें पंडितों के नाम
कोश प्रम्प ई० चौथी , दिवाकर दिवाकरं " , , पिंगलर (दिवाकर
के पुत्र) पिंगलर , नौवीं, मण्डलपुरूडर शामणि निगण्ड (स) व्याकरण रचनायें ई० दसवीं सदी मामि सागरर याप्पेरुङ्गल
याप्पेरुङ्गालक्कारिक , बारहवो ,, भवदि मनि ।
नम्नूल
नेमिनाथ , , विनायनार मविनय
इन्दिरकाणियं मणि इयल वाप्पिय मोलिवारि कडियनन्नियं कास्कपाध्य
नोलके शि पिगल के शि मंजन के शि तत्व दर्शन
(र) सगीत प्रथ रचनायें
बसवी सदी
पेरु कुरुगु
पेरु नार सेयिरियं भरत सेनापतिय सयन्त इसनुणक सिडिस पेरिस
(ल) नाटक ग्रंथ रचनायें दसबों सदो
गुणनूल प्रगत्तियं कूत्तनूलसन्द
(ब) ज्योतिष ग्रंथ रचनायें बारहवी सदी जिनेन्द्र कवि
सब याप्पु
जिनेन्द्र माल उल्ल्मयान