SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 288
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ अनेकान्त के २५वें वर्ष को वाषिक विषय-सूची . مگر ج किरण १ १०. ब. शीतलप्रसाद जी और उनको साहित्य १. सम्भव जिन स्तृति माधना-श्री पन्नालाल जी अपवान २. मृक्तक काव्य-श्री पाण्डेय रूपचन्द्र २ ११. सम्पादकीय नोट-श्री परमानन्द जी ३. जनदर्शन की अनेकान्त दृष्टि ३ १२. साहित्य समीक्षा-श्री परमानन्द जी टा. पृ . -डा. दरबारीलाल जैन न्यायाचार्य किरण ३ ४. भाषा की उत्पत्ति व विकाम-गणेश प्रमाद जैन ६ १. अहंपरमेष्ठी सवन ५. वैशाली गणतन्त्र का अध्यक्ष गजा चेटक २. मुक्तक काव्य (प्रध्यात्म दोहावली) -श्री परमानन्द जैन शास्त्री -पाण्डे रूपचन्द ६. विश्व मंकृत मम्मेलन से जन विद्या का ३२ ३. विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन के पुरातत्व संग्रप्रतिनिधित्व-प्रो. प्रेम समन जैन हालय की अप्रकाशित जन प्रतिमायें ७. उत्तर भारत मे जैन यक्षिणी चक्रेश्वरी की मूर्ति. -श्री डा. सुरेन्द्र कुमार प्रार्य, एम.ए. पीएच.डी. गत अवतारण-श्री मारुतिनन्दन प्रसाद ति० ३५ ४. कलचुरि काल मे जैनधर्म । -श्री शिव कुमार नामधेय ८. बड़ा मन्दिर नगर की प्राचीन जैन ५. पाहड के जैन मन्दिर का प्रकाशित शिलालेख ६१ शिल्प कल-वस्त रचन्द समन एम००४१ -श्रीगम वल्लभ सोमाणी ६.पं० व खतराम मह-श्री परमानन्द जी शास्त्री ४५ ६. पनागर के भग्नावशेष--श्री कस्तूरचन्द एम. ए. ६५ १०. अपभ्रश की एक प्रज्ञान कथा रचना ७. अजात कवि हरिचन्द्र का काव्यत्व E - डा. देबेन्द्र कुमार जैन -डा० गगाराम गर्ग किरण २ ८. कुम्भाग्यिा के सम्भवनाथ मन्दिर की जन देवियाँ -श्री मारुतिनन्दन प्रसाद तिवारी १०॥ १. वर्धमान जिन स्तवन ६. जैन दृष्टि मे अचलपुर--श्रीचन्द शेखर गुप्त १०४ २. मुक्तक काना दोहा-पाण्डे रूपचन्द ३. सल्लेखना या समाधिमरण १०. काघट (कहानी)--मुनि श्री महेन्द्रकुमार प्रथम १०० ११. प्राकृत भाषा और नीति -श्री परमानन्द जी शास्त्री ४. राजस्थान के जंन व वि और उनकी रचनाये ६२ --डा. बालकृष्ण अकिंचन एम.ए., पीएच.डी. -डा. गजानन मिश्र एम. ए., पीएच. डी. १२. सामान्य रूप से जैनधर्म क्या है ? ११० --श्री महेन्द्रसेन जैनी ५. कलचुरि कला में शासन देवियाँ १३. नयनार मन्दिर--श्री टी० एस० श्रीपाल १२. -श्री शिवकुमार नामदेव १४.५० दौलतराम कासलीवाल १२२ ६. कालकोट के दुर्ग से प्राप्त एक जन प्रतिमा ६७ --श्री परमानन्द शास्त्री -डा. देवेन्द्र कुमार शास्त्री १५. राजस्थान के जैन कवि और उनकी कृतियाँ १३. ७. गोला पूर्व जाति पर बिचार -डा० गजानन मिश्र एम. ए. प्राध्यापक -श्री यश तकुमार मलया १६. कर्नाटक की गोम्मट मूर्तियां ८. गुप्तकालीन ताम्र शासन-श्री परमानन्द शास्त्री ७१ --पं० के० भुजबली शास्त्री। ६. पोदनपुर-५० बलमद्र जी न्यायतीयं ७३ १७. साहित्य समीक्षा-परमानन्द जैन शास्त्री १२५
SR No.538025
Book TitleAnekant 1972 Book 25 Ank 01 to 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorA N Upadhye
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1972
Total Pages292
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy