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अनेकान्त के २४वें वर्ष की वाषिक विषय-सूची
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१ प्राज्ञात जैन कवि और उनकी रचनाएं
१६ कोषाध्यक्ष, मत्री और मेनापति हुल्लराज -डा० गगाराम गर्ग
--परमानन्द जैन शास्त्री २ अपभ्रश का एक प्रचचित चरित्र काव्य
१७ खजुराहो के ग्रादिनाथ मन्दिर के प्रवेश द्वार -डा. देवेंन्द्रकुमार शास्त्री
की मतियां--मानिनन्दन प्रसाद तिवारी' २१८ ३ अपभ्रंश का जयमाला साहित्य
१८ खजुराहो के जैन मन्दिगे के डोर लिटल्स पर -डा० देदेन्द्र कुमार शास्त्री
उत्कीर्ण-जन देविया
२५१ ४ अपभ्रश की एक अज्ञात जयमाला
१६ खजुगही के पावनाथ मन्दिर को भित्तियो की। -डा० देवेन्द्रकमार शास्त्री
थिकामो मे जैन देवियाँ-मारुतिनन्दन ५ अपम्रश भापा के जैन कवियो का नीति-वर्णन
प्रसाद तिवारी -डा. वालकृष्ण अकिचिन
३४७ २० खण्डार के मेन परम्परा कलेख ६ अपभ्र श भाषा के जैन कवियों का नीति-वर्णन
-गमवल्लभ सोमाणी -डा बालकृष्ण अकिचन
२१ गुणकीतिकृत चौपदी ७ अभय कुमार--जोवन परिचय
-डा० विद्याधर जोहरापुरकर परमानन्द जैन शास्त्री
२२ ग्वालियर में जैन धर्म-- गोपीलाल 'अमर' ८ अभिनन्दन जिनस्तवन
२३ चन्द्रघाड का इतिहास -प्राचार्य समन्तभद्र
-परमानन्द जैन शास्त्री ६ अर्हत् परमेष्ठी स्तवन
२४ जिनवरस्तवनम्-मुनि पचनन्दि -मुनि पद्मनन्दि
१८५ २५ जैन कला में प्रतीक तथा प्रतीकवाद १० प्रागरा से जैनो का सम्बन्ध और प्राचीन
-मू० लेखक ए० के० भट्टाचार्य, अनु० जन मन्दिर
डा० मानसिंह
१६३ बाबू ताराचन्द रपरिया
२३८ २६ जैन दर्शन में प्रात्मतत्त्व विचार ११ प्रात्म-विजय की राह
-श्री लालचन्द जैन शास्त्री
२४२ -श्री 'ठाकर'
२७ जैनधर्म के सम्बन्ध में भ्रान्तिया एवं उनके १२ उत्तर पंचाल की राजधानी अहिच्छत्र
निराकरण का मार्ग -परमानन्द जैन शास्त्री
--40 वंशीधर शास्त्री एम. ए. १३ उपदेशी पद (गीत)
२८ जन भक्ति काव्य में प्रगति कविवर द्यानतराय
-डा० गंगाराम गर्ग १४ कलचुरि कालीन एक नवीन जैन भव्य शिल्प २६ जैन यक्ष-यणियाँ और उनके लक्षण -कस्तूरचन्द 'सुमन'
- गोपीलाल 'अमर एम० ए० १५ कलिङ्ग का इतिहास और सम्राट खारवेल एक ३० जैन शिल्प मे बाहुबली अध्ययन-परमानन्द जैन शास्त्री
-मारुतिनन्दन प्रसाद तिवारी
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