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________________ श्रवण बेल्गोल और दक्षिण के अन्य जैन तीर्थ नाम की पुस्तक जो खोजपूर्ण ढग से लिखी गई है। उसमे दक्षिण भारत के प्राय सभी तीथों का ऐतिहासिक परिचय कराया गया है । साथ ही अन्य तीर्थों का भी परिचय निहित है। यह वीर सेवामन्दिर का सुन्दर प्रकाशन है। उसमें बाहुबली का सुन्दर चित्र भी दिया गया है। प्रत्येक यात्री के लिए वह पुस्तक पढने योग्य है । इस पुस्तक की ५०० के लगभग प्रतियां वीर-सेवा-मन्दिर मे मौजूद है। मूल्य १) रुपया है। किन्तु सभी यात्रियो को जो श्रवण बेल्गोल की यात्रा को जाने वाले है। उन्हे वह पुस्तक ७५ पैसे मे दी जायगी। पोस्टेज अलग होगा । यात्रियो को मगा कर उसे अवश्य पढना चाहिए। व्यवस्थापक वीरसेवामन्दिर १ दरियागज, बिल्ली वीर-सेवा-मन्दिर और "अनेकान्त" के सहायक १०००) श्री मिश्रीलाल जी धर्मचन्द जी जैन, कलकत्ता १०००) श्री देवेन्द्रकुमार जैन, ट्रस्ट, श्री साहु शीतलप्रसाद जी, कलकत्ता ५००) श्री रामजीवन सरावगी एण्ड सस, कलकत्ता ५० ) श्री गजराज जी सरावगी, कलकत्ता ५००) श्री नथमल जी सेठी, कलकत्ता ५००) श्री वैजनाथ जी धर्मचन्द जी, कलकत्ता ५००) श्री रतनलाल जी झांझरी, कलकत्ता २५१) श्री रा० बा. हरख चन्द जी जैन, रांचा २५१) श्री अमरचन्द जी जैन (पहाडचा), कलकत्ता २५१) श्री स० मि० धन्यकुमार जी जन, कटनी २५१) श्री सेठ सोहनलाल जी जैन, मैसर्स मुन्नालाल द्वारकादास, कलकत्ता २५१) श्री लाला जयप्रकाश जी जैन स्वस्तिक मेटल वर्क्स, जगाधरी २५०) श्री मोतीलाल होराचन्द गांधी, उस्मानाबाद २५०) श्री बन्शीवर जी जुगलकिशोर जी, कलकत्ता २५०) श्री जुगमन्दिरदास जी जैन, कलकत्ता २५) श्री सिंघई कुन्दनलाल जी, कटनी २५०) श्री महावीरप्रसाद जी अग्रवाल, कलकत्ता २५०) श्री बी० आर० सी० जन, कलकत्ता २५०) श्री रामस्वरूप जी नेमिचन्द्र जी, कलकत्ता १५.) श्री बजरगलाल जी चन्द्रकुमार जी, कलकत्ता । १५०) श्री चम्पालाल जी सरावगी, कलकत्ता १५.) श्री जगमोहन जी सरावगी, कलकत्ता ) , कस्तूरचन्द जी प्रानन्दीलाल जी कलकत्सा १५०) , कन्हैयालाल जी सीताराम, कलकत्ता १५०) , पं० बाबूलाल जी जैन, कलकत्ता १५०) , मालीराम जी सगवगी, कलकत्ता १५०) ,, प्रतापमल जी मदन माल पांड्या, कलकत्ता १५०) , भागचन्द जी पाटनी, कलकत्ता १५०) , शिखरचन्म जो सरावगी, कलकत्ता १५०) , सुरेन्द्रनाथ जो नरेन्द्रनाथ जा कलकत्ता १० ) , मारवाडी दि. जैन समाज, व्यावर १०१) , दिगम्बर जैन समाज, केकड़ी ०१) , सेठ चन्दूलाल कस्तूरचन्दजी, बम्बई न० २ १०१) , लाला शान्तिलाल कागजी, दरियागज रिल्ली १०१) , सेठ भंवरीलाल जी बाकलीवाल, इम्फाल १०१) , शान्ति प्रसाद जी जैन, जैन बुक एजेन्सी, नई दिल्ली १०१) , सेठ जगन्नाथजी पाण्डवा अमरीतलया १०१) , सेठ भगवानदास शोभाराम जी सागर (म०प्र०) १०१) , बाबू नृपेन्द्रकुमार जी जैन, कलकत्ता १००) , बद्रीप्रसाद जी प्रात्मागम जी, पटना १००) , रूपचन्दजी जेन, कलकत्ता १००) , जैन रत्न सेठ गुलाबचन्द जी टोग्या इन्दौर
SR No.538019
Book TitleAnekant 1966 Book 19 Ank 01 to 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorA N Upadhye
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1966
Total Pages426
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size23 MB
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