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विषय
१. सुमति-जिन स्तुति समन्तभद्राचार्य
२. यशस्तिलक कालीन आर्थिक जीवनगोकुलचन्द जी जैन एम. ए. धाचार्य
विषय-सूच
३. परीक्षामुख के सूत्रों और परिच्छेदों का विभाजन एक समस्या पं० गोपीलाल 'अमर', एम. ए. साहित्य शास्त्री
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४. भूपाल चौबीसी की एक महत्वपूर्ण सचित्र प्रति - अगरचन्द नाहटा
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५. जैन दर्शन में प्रर्थाधिगम- चिन्तन
पं० दरबारीलाल न्यायाचार्य कोठिया एम. ए. ६१ ६. बजरंगगढ़ का विशद् जिनालय ----
श्री नीरज जैन
क्षपणासार के कर्ता मामचंद श्री पं० मिलापचन्द कटारिया, केकड़ी
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- पृष्ठ १७. साहित्य-समीक्षा - परमानन्द शास्त्री *
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३८वें ईसाई तथा उवं बौद्ध विश्व-सम्मेलनो की श्री जैन सघ को प्रेरणा - श्री कनकविजय जी मामूरगंज, वाराणसी
९. श्री बाबू छोटेलाल जी जैन का सक्षिप्त जीवन
परिचय
१४. जयपुर की संस्कृत-साहित्य को देन 'श्री पुण्ड
रोक विठ्ठल ब्राह्मण' डा० श्री प्रभाकर शास्त्री एम. ए. पी. एच. डी
१५. शोध कण-परमानन्द जैन शास्त्री.
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१०. श्री छोटेलाल जैन अभिनन्दन प्रप
-डा० कस्तूर चन्द कासलीवाल एम. ए. ७८ ११. श्रीपुर पार्श्वनाथ मन्दिर के मूर्ति यंत्र लेख - सग्रह - पं० नेमचन्द पन्नूसा जैन, देवलगांव १२. ब्रह्म नेमिदत्त और उनकी रचनाएँपरमानन्द जैन शास्त्री
१३. दो ताड़-पत्रीय प्रतियों की ऐतिहासिक प्रशस्तयां श्री भंवरलाल नाहटा
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१६. जैनधर्म और जातिवाद - कमलेश सक्सेना, मेरठ
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अनेकान्त को सहायता
५) बा० देवकुमार जी जैन पानीपत ने अपने पिता पं० मुनिसुव्रतदास की मृत्यु समय निकाले हुए दान में से
सधन्यवाद प्राप्त ।
-व्यवस्थापक 'अनेकान्त'
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सूचना
जिन ग्राहकों ने १८वें वर्ष के 'अनेकान्त' का वार्षिक मूल्य अब तक भी नहीं भेजा है वे शीघ्र ही मनीभार्डर से अपना वार्षिक मूल्य ६ ) भेज दें, अन्यथा तीसरा अंक उन्हें ६-६० पैसे की बी० पी० से भेजा जायेगा ।
-व्यवस्थापक अनेकान्त
वीर सेवा मन्दिर २१ दरियागंज, दिल्ली ।
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सम्पादक मण्डल
डा० प्रा० ने० उपाध्ये डा० प्रेमसागर जैन श्री यशपाल जैन
अनेकान्त का वार्षिक मूल्य ६) रुपया एक किररण का मूल्य १ रुपया २५ पै०
अनेकान्त में प्रकाशित विचारों के लिए सम्पादक मण्डल उत्तरदायी नहीं हैं।