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________________ रा० ब० सेठ लालचन्द जी सेठी का स्वर्गवास जैन समाज के प्रसिद्ध कार्यकर्ता और समाज सेवी सेठ लालचन्द जी सेठी का हृदय गति बन्द हो जाने से १७ अप्रेल को स्वर्गवास हो गया। पाप अनेक जैन संस्थानों के संचालक थे। और बड़े ही लोकप्रिय थे । अन्त समय में आपने डाक्टरी उपचार भी नहीं कराया और भगवान महावीर का नाम लेते-लेते इस नश्वर शरीर का परित्नग किया। यद्यपे यह आपके पौत्र भूपेन्द्रकुमार जी और तेजकुमार जी पर गहरा वजाघात है। पर विधि का विधान ही ऐसा है, इसमे किसी का वश नहीं चलता। भगवान से प्रार्थना है कि दिवंगत प्रात्मा परलोक मे सुख-शान्ति प्राप्त करे और कुटम्बी जनों को वियोग जन्य दु.ख सहने की क्षमता प्राप्त हो। सेठ स हब के परिवार ने सेठ साहब की स्मति में दो लाख रुपये के दान की घोषणा की है। आशा है उससे कोई ठोस कार्य सम्पन्न होगा। -अनेकान्त परि। वीर-सेवा-मन्दिर और “अनेकान्त" के सहायक १०००) श्री मिश्रीलाल जी धर्मचन्द जी जैन, कलकत्ता | १५०) श्री चम्पालाल जी सरावगी, कलकत्ता १०००) श्री देवेन्द्रकुमार जैन, ट्रस्ट, १५ ) , जगमोहन जी सरावगी, कलकत्ता श्री साहु शीतलप्रसाद जी, कलकत्ता १५०) , कस्तूरचन्द जी मानन्दीलाल कलकत्ता ५००) श्री रामजीवन सरावगी एण्ड संस, कलकत्ता] १५०) , कन्हैयालाल जो सीताराम, कलकत्ता ५० ) श्री गजराज जी मरावगी, कलकत्ता १५०) , पं.बाबुलाल जी जैन, कलकत्ता ५००) श्री नयमल जी सेठो, कलकत्ता १५०) , मालीराम जी सरावगी, कलकत्ता ५००) श्री वंजनाय जी धर्मचन्द जी, कलकत्ता १५०) , प्रतापमल जी मदनलाल पांड्या, कलकता ५००) श्री रतनलाल जी झांझरी, कलकता १५०) , भागचन्द जी पाटनी, कलकत्ता २५१) श्री रा० बा० हरखचन्द जी जैन, रांची १५०) , शिखरचन्द जी सरावगी, कलकत्ता २५१) श्री अमरचन्द जी जैन (पहाडचा), कलकता १५०) , सुरेन्द्रनाथ जी नरेन्द्रनाथ जी कलकत्ता २५१) श्री स० सि० धन्यकुमार जी जैन, कटनी १० ) , मारवाड़ी वि. जैन समाज, व्यावर २५१) श्री सेठ सोहनलाल जी जैन, १०१) , दिगम्बर जैन समाज, केकड़ी मैसर्स मुन्नालाल द्वारकादास, कलकत्ता १०१) ,, सेठ चन्दूलाल कस्तूरचन्दजी, बम्बई नं. २ २५१) श्री लाला जयप्रकाश जी जैन १०१) , लाला शान्तिलाल कागजी, बरियागंज बिल्ली ___ स्वस्तिक मेटल बस, जगाधरी १०१) , सेठ भंवरीलाल जी बाकलीवाल, इम्फाल २५०) श्री मोतीलाल होराचन्द गांधी, उस्मानाबाद १०१) , शान्ति प्रसाद जी जैन २५०) श्री बन्शीवर जी जुगलकिशोर जो, कलकता जैन बुक एजेन्सी, नई दिल्ली २५०) श्री जुगमन्दरदास जी जैन, कलकत्ता १०१) , सेठ जगन्नाथजो पाण्ड्या झूमरोतलया २५०) श्री सिंघई कुन्दनलाल जी, कटनी १००) , बद्रीप्रसाद जो प्रात्माराम जी, पटना २५०) श्री महावीरप्रसाद जी अग्रवाल, कलकत्ता १००) , रूपचन्दजी जैन, कलकत्ता २५०) श्री बी. पार० सी० जैन, कलकत्ता १००) , जैन रत्न सेठ गुलाबचन्द जी टोंग्या २५०) श्री रामस्वरूप जी नेमिचन्द्र जी, कलकत्ता इन्दौर १५०) श्री बजरंगलाल जी चन्द्रकुमार जी, कलकत्ता । १००), बाबु नपेन्द्रकुमार जी जैन, कलकता
SR No.538018
Book TitleAnekant 1965 Book 18 Ank 01 to 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorA N Upadhye
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1965
Total Pages318
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size16 MB
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