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पष्ठ
विषय-सूची
अनेकान्त को सहायता विषय १. सुमति-जिन-स्तवन-समन्तभद्राचार्य
| १०) श्री प्रकाशचन्द जी मेठी उज्जैन की सुपुत्री के २. जैन-दर्शन में सर्वज्ञता की भावनाएं
विवाहोपलक्ष मे निकाले हुए दान में से दस रुपया -पं० दरबारीलाल जैन कोठिया एम ए. २ अनेकान्त को सहायतार्थ ५० सत्यधर जी मेठी उज्जन के ३. शब्द-चिन्तन : शोध दिशाएं-मुनि श्री नथमल ८ | द्वाग मपन्यवाद प्राप्त हा है। प्राशा है अन्य महधर्मी-जन ४. श्रावक प्रज्ञप्ति का रचयिता कौन ?
भी इसका अनुकरण करेंगे। -श्री बालचन्द सिद्धान्त शास्त्री ५. श्रीपुर, निर्वाण भक्ति और कुन्दकुन्द
-व्यवस्थापक
'अनेकान्त' -डा० विद्याधर जोहरा पुरकर, जावरा १४ ६. प्रतिहार साम्राज्य मे जैन धर्म
-डा० दशरथ शर्मा एम. ए. डी लिट् १७ ७. खजुराहो का जैन मग्रहालय-नीरज जैन १५ ८. जैन-दर्शन में सप्तभगीवाद
सूचना -उपाध्याय मुनि श्री अमरचन्द ९. श्रीपुर पाश्वनाथ मन्दिर के मूर्ति यत्र-लेख-मग्रह १७वे वर्ष की मम.न्ति के साथ अनेकान्त के ग्राहको
-प. नेमचन्द धन्नूमा जैन, देउलगांव २५ का वार्षिक शुल्क समाप्त हो जाता है। प्रत १८ वर्ष के १०. सोलहवी शताब्दी की दो प्रशस्तियाँ | प्रारम्भ में ग्राहको को बिना वी० पी० के ही प्रथम किरण -परमानन्द शास्त्री
भेजी जा रही है। कृपया ) रुपया मनीग्राईर से भेज ११. जैन तंत्र साहित्य-डा कस्तूरचन्द
कर अनुगृहीत करे । अन्यथा अगला प्रक बी० पी० से कासलीवाल एम. ए. पीलाच. डी. ३३ ! भेजा जावेगा । जिसमें ग्राहको को ७५ पैम का अतिरिक्त श्री छोटेलाल जैन अभिनन्दन प्रथ
पोरटेज खर्च भी देना होगा। -डा. कस्तूर चन्द कामलीवाल एम. ए ३७ १३ अहिसा का वैज्ञानिक प्रस्थान
.-व्यवस्थापक -श्री काका कालेलकर
अनेकान्त १४ प्रात्म-दमन--मुनि श्री नथमल
वीर सेवा मन्दिर २१ दरियागंज, १५ महर्षि बाल्मीकि और श्रमण मस्कृति
दिल्ली। -मुनि विद्यानन्द १६. साहित्य-समीक्षा-परमानन्द शास्त्री ४५ १७. श्री सम्मेद शिम्वर तीर्थ रक्षा-प्रेमचन्द जैन ४८ अनेकान्त का वार्षिक मूल्य ६) रुपया
एक किरण का मूल्य १ रुपया २५ पं० सम्पादक-मण्डल डा० प्रा० ने० उपाध्ये
अनेकान्त में प्रकाशित विचारों के लिए सम्पादक डा० प्रेमसागर जैन
मण्डल उत्तरदायी नहीं हैं। श्री यशपाल जैन
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