SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 264
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ पं० रूपचन्द जी गार्गीय का स्वर्गवास पानीपत मे दि. जैन ममाज के सुप्रसिद्ध लगनशील कार्यकर्ता श्री पं० रूपचन्द गार्गीय का प्राकस्मिक स्वर्गवास ११ दिसम्बर को ११।। बजे हो गया। अापकी आयु ६४ वर्ष की थी। समाज सेवा की पाप को सच्ची लगन थी। सभी प्रगतिशील संस्थानो एवं आन्दोलनो में आप सदैव सक्रिय सहयोग देते रहे है। आपके स्वर्गवास में एक सच्चा कार्यकर्ता हमसे छिन गया है। अनेकान्त परिवार की प्राप के इस दुख मे हार्दिक संवेदना है। -अनेकान्त परिवार वीर-सेवा-मन्दिर और "अनेकान्त" के सहायक १०००) श्री मिश्रीलाल जी धर्मचन्द जी जैन, कलकत्ता : १५०) श्री जगमोहन जी सरावगी, कलकत्ता १०००) श्री देवेन्द्रकुमार जैन, ट्रस्ट, । १५०) , कस्तूरचन्द जी प्रानन्दीलाल कलकत्ता श्री साहु शीतलप्रसाद जी, कलकत्ता १५०) , कन्हैयालाल जी सीताराम, कलकत्ता ५००) श्री रामजीवन सरावगी एण्ड संस, कलकत्ता ! १५०) , पं० बाबूलाल जी जैन, कलकत्ता ५०.) श्री गजराज जी सरावगी, कलकत्ता १५०), मालीराम जी सरावगी, कलकत्ता ५००) श्री नथमल जी सेठी, कलकत्ता १५०) । प्रतापमल जी मदनलाल पांड्या, कलकत्ता ५००) श्री वैजनाथ जी धर्मचन जी, कलकत्ता १५०) , भागचन्द जी पाटनी, कलकत्ता ५००) श्री रतनलाल जी झांझरी, कलकत्ता १५०) , शिखरचन्द जी सरावगी, कलकत्ता २५१) श्री रा० बा० रखचन्द जी जैन, रांची १५०) , सुरेन्द्रनाथ जो नरेन्द्र नाथ जा कलकत्ता २५१) श्री अमरचन्द जी जैन (पहाडघा), कलकत्ता । १०१) , मारवाड़ी वि० जैन समाज, व्यावर २५१) श्री स. सि. धन्यकुमार जी जैन, कटनी १०१) ,दिगम्बर जैन समाज, केकी २५१) श्री सेठ सोहनलाल जी जैन, १०१) . सेठ चन्दूलाल कस्तूरचन्दगी, बम्बई नं. २ मैसर्स मुन्नालाल द्वारकादास, कलकत्ता १०१, , लाला शान्तिलाल कागजी, दरियागज विल्ली २५१) श्री लाला जयप्रकाश जी जैन १०१) , सेठ भंवरीलाल गो बाकलीवाल, इम्फाल स्वस्तिक मेटल वर्क्स, जगाधरी १०१) , शान्ति प्रसाद जी जैन जैन बुक एजेन्सी. २५०) श्री मोतीलाल हीराचन्द गांधी, उस्मानाबाद नई दिल्ली २५०) श्री बन्नशीधर जी जुगलकिशोर जी, कलकत्ता १०१) , सेठ जगन्नाथजी पाण्या झूमरीतल्या २५०) श्री जुगमन्दरदास जी जैन, कलकत्ता १०१) , सेठ भगवानदास शोभाराम जी सागर २५.) श्री सिंघई कुन्दनलाल जी, कटनी (म०प्र०) २५०) श्री महावीरप्रसाद जी अग्रवाल, कलकत्ता १०१) , बाबू नृपेन्द्रकुमार जी जैन, कलकता २५०) श्री बी० पार० सी० जैन, कलकत्ता : १००) , बद्रीप्रसाद जो प्रात्माराम जी, पटना २५०) श्री रामस्वरूप जी नेमिचन्द्र जी, कलकत्सा १००) , रूपचन्दजी जन, कलकत्ता १५.) श्री बजरंगलाल जी चन्द्रकुमार जो, कलकत्ता : १००) , जैन रत्न सेठ गुलाबचन्द जी टोंग्या १५०) श्री चम्पालाल जी सरावगी, कलकत्ता
SR No.538018
Book TitleAnekant 1965 Book 18 Ank 01 to 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorA N Upadhye
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1965
Total Pages318
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size16 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy