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________________ विषय-सूची विषय १२. भ० महावीर (कविता) १३. बाबू कामता प्रसाद जी १४. जैन साहित्य में आर्य शब्द का व्यवहार विषय १. जिनवर स्तवनम् ? ५० २. पंडित जवाहरलाल नेहरु क्या थे ३. युगपुरुष की भाग्यशालिता-काका साहब कालेलकर ३१ ४. जो देता है वही पाता है-श्रीश्राचार्य तुलसी गणी ५. दिल्ली पट्ट के मूलमंघी भट्टारकों का समय क्रम ५३ ५४ - डा. ज्योतिप्रसाद जैन एम. ए., पी.एच.डी. ६, पल्लू ग्राम की प्रतिमा व अन्य जैन सरस्वती प्रतिमाएं - श्री धीरेन्द्र जैन ३७ ७. भट्टारक विजयकीर्ति-डा० कस्तूरचन्द्र कासलीवाल ६० दिगम्बर कवियों के रचित बेलि साहित्य श्री अगरचन्द्र नाइटा ६१ ६. बघेग्वाल जानि -- १० विद्याधर जोहरापुरकर ६३ १०. महापंडित श्राशावर व्यक्तित्व एवं कतिव – पं० अन्वन्द न्याय तीर्थ (साहित्यरत्न ) ६७ ११. दूसरे जीवों के साथ अच्छा व्यवहार कीजिये - शिवनारायण सक्सेना एम० ए० पृष्ट - मुनि पद्मनंचाचार्य ४६ १०००) श्री मिश्रीलाल जी धर्मचन्द जी जैन, कलकत्ता १०००) श्री देवेन्द्रकुमार जैन ट्रस्ट, श्री साहु शीतलप्रसाद जी, कलकत्ता ५००) श्री रामजीवनदास जी सरावगी, कलकत्ता ५००) श्री गजराज जी सरावगी, कलकत्ता ५००) श्री नथमल जी सेठी, कलकत्ता ५००) श्री वैजनाथ जी धर्मचन्द जी, कलकत्ता ५००) श्री रतनलाल जी भांझरी, कलकत्ता २५१) श्री रा० वा० हरखचन्द जी जैन, रांची २५१) श्री अमरचन्द जी जैन (पहाड्या), कलकत्ता २५१) श्री स० मि० धन्यकुमार जी जैन, कटनी २५१) श्री सेठ मोहनलाल जी जैन, बसन्त कुमार मैसर्स मुन्नालाल द्वारकादास, कलकत्ता २५०) श्री मोतीलाल हीराचन्द गांधी, उस्मानाबाद २५०) श्री बन्शीधर जी जुगलकिशोर जी, कलकत्ता २५०) श्री जुगमन्दरदास जी जैन, कलकत्ता २५०) श्री सिघई कुन्दनलाल जी, कटनी २५०) श्री महावीरप्रसाद जी अग्रवाल, कलकत्ता २५०) श्री बी० आर० सी० जैन, कलकत्ता - साध्वी श्री मंजुला १५. अयोध्या एक प्राचीन ऐतिहासिक नगर ६ ६ वीर - मेवा - मन्दिर और "अनेकान्त" के सहायक पृष्ठ जैन ७२ ७३ - परमानन्द शास्त्री १६. जैनधर्म- तर्क सम्मत और वैज्ञानिक - मुनि श्री नगराज १७. भव्यानन्द पंचाशिका भक्तामर स्तोत्र का अनुवाद - मुनि श्री कान्तियागर १८. कलकत्तं में महावीर जयन्ती महोत्सव १६. साहित्य समीक्षा * सम्पादक मण्डल डा० प्रा० ने० उपाध्ये डा० प्रेमसागर जैन श्री यशपाल जैन ७४ ७८ ८३ ८३ ६२ ६६ | २५०) श्री रामस्वरूप जी नेमिचन्द्र जी, कलकत्ता १५०) श्री बजरंगलाल जी च द्रकुमार जी, कलकत्ता १५०) श्री चम्पालाल जी सरावगी, कलकत्ता १५०) श्री जगमोहन जी सरावगी, कलकत्ता १५० ) श्री कस्तूरचन्द जी प्रानदीलाल, कलकता १५०) श्री कन्हैयालाल जी सीताराम, कलकत्ता १५०) श्री प० बाबूलाल जी जैन, कलकत्ता १५०) श्री मालीराम जी मरावगी, कलकता १५०) श्री प्रतापमलजी मदनलाल पाड्या, कलकत्ता १५०) श्री भागचन्द जी पाटनी, कलकत्ता १५०) श्री शिवरचन्द जी मरावगी, कलकत्ता १५०) श्री सुरेन्द्रनाथ जी नरेन्द्रनाथ जी कलकत्ता १००) श्री रूपचन्द जी जैन, कलकत्ता १००) श्री बद्रीप्रसाद जी आत्माराम जी, पटना १०१) श्री मारवाड़ी दि० जैन समाज, व्यावर १०१) श्री दिगम्बर जैन समाज, केकड़ी १०१) श्री मेठ चन्दूलाल कस्तूरचन्दजी, बम्बई नं० २ १०१) श्री लाला शान्तिलाल कागजी, दरियागज दिल्ली १०१) श्री सेठ भंवरलाल जी बाकलीवाल, इम्फाल
SR No.538017
Book TitleAnekant 1964 Book 17 Ank 01 to 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorA N Upadhye
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1964
Total Pages310
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size16 MB
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