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________________ संयोजक वीर सेवा मन्दिर संक० परमानन्द शास्त्री नयामन्दिर धर्मपुरा दिल्ली के जैन मूर्ति-लेख (वेदी नं० एक-बायें से बाई श्रोर) ७. आदिनाथ पद्मासन ऊंचाई २२ इंच चौड़ाई १८ इंच, सफेद पाषाण । संवत् १७१४ माघ सुदी १३ मारोठ नगरे महाराजाधिराज महाराजा श्री प्रभर्यांसंह जी प्रसादात् मेड़त्यासाखे महाराज सावंतसिंह जी, श्री बम्बतसिंह जी, श्री स ( ख ) त्रसाल राज्ये श्री मूलसंधे नंद्याम्नाये बलात्कारगणे सरस्वतीगच्छे कुंदकुंदाचार्यान्वये मंडलाचार्य श्री जगत्कीर्तिदेवास्तत्पट्टे मं० श्री भूषणदेवास्तत्पट्टे मं० श्री धर्मचन्द्रदेवास्तत्पट्टे मंडलाचार्य श्री देवेन्द्रकीतिदेवास्तत्पट्टे मंडलाचार्य अमरेन्द्रकीर्तिदेवास्तत्पट्टे मंडलाचार्य रत्नकीतिदेवास्तत्पट्टे मं० श्री विद्यानन्दि तत्पट्टे मंडलाचार्य अनन्तकीर्तिदेवास्तदाम्नाये खंडेलवालान्वये पान्ड्यागोत्रे साह श्री गिरधर तत्पुत्र साधु भूधरदास तत्पुत्र सा० रामसिंह तद्भार्या रायवदे, तत्पुत्राः [पंच] सा० मनोहरदास, दौलतराम, बखतराम, सुरतराम, साहिबराम एतैः सह रामसिंहेन प्रतिष्ठा कारिता । ८. बाहुबली खड्गासन, सफेद पाषाण साइज - ऊँचाई २४ इंच चौड़ाई १६ इंच अथ स्वस्ति श्री वीर संवत् २४४६ विक्रम सं० २०१६ फाल्गुण शुक्लपक्षे भ्रष्टम्यां तिथी शुक्रवासरे श्री मूलसंधे दि० जैन कुंदकुंदाम्नाये श्रीमती सेवतीदेवी धर्मपत्नी बाबूमल जौहरी देहली नगरे प्रतिष्ठितं प्रतिष्ठाचार्य श्री नन्हेंलालेन प्रतिष्ठापिता, शुभं भवतु । ९. सप्तफणी पार्श्वनाथ चिन्ह सर्प, साइज - ऊँचाई १५ ई० चौड़ाई ७ इंच, सफेद पाषाण सं० १९३५ माघ शुक्ला ३ काष्ठासंघे लोहाचार्यान्वये भ० राजेन्द्र कीर्तिस्तदाम्नाये अग्रोतकान्वये गर्ग गोत्रे साधुईश्वरीप्रसाद सुपुत्र मेहरचन्द्रेण प्रतिष्ठा करापिता इन्द्रप्रस्थ नगरे । १०. नेमिनाथ कृष्ण पाषाण, चिन्ह शंख साइज - ऊँचाई १७ इंच, चौड़ाई ८ इंच श्री वीरात् संवत् २४४६ वि० सं० १९७६ माघ सुदी १३ चन्द्रवासरे कुंदकुंदाम्नाये दिल्ली प्रतिष्ठितम् । वेदी नं० १ कटनी नं० २ (बायें से दायें) १. नेमिनाथ चिन्ह शंख, पद्मासन सफेद पाषाण, साइज - ऊँचाई १०४ इंच चौड़ाई ५३ इंच । सं० १९३५ माघ शुक्ला ३ भ० राजेन्द्रकीर्ति दिल्ली नगरे प्रतिष्ठितम् । २. पार्श्वनाथ चिन्ह सर्प, पद्मासन सफेद पाषाण, साइज – ऊँचाई १३ इंच चौड़ाई ६ इंच । सं० १९३५ माघ शुक्ला ३ काष्ठासंघे लोहाचार्यान्वये भ० राजेन्द्रकीर्ति तदा० ( स्नाये ) प्रग्रोतकान्वये साधु ईश्वरीप्रसाद तत्पुत्र मेहरचन्देणप्रणम ( मि ) ति । ३. चन्द्रप्रभ चिन्ह चन्द्रमा, पद्मासन, सफेदपाषाण, साइज – ऊँचाई १३३ इंच चौड़ाई ७३ इंच । संवत् १६२३ ज्येष्ठ सुदी १० शुक्रवारे काष्ठासंचे माथुरगच्छे पुष्करगणे भट्टारक राजेन्द्रकीति तवाम्नाये(मागे के अक्षर पढ़े नहीं जाते, पाषाण सिर गया है ।)
SR No.538015
Book TitleAnekant 1962 Book 15 Ank 01 to 06
Original Sutra AuthorN/A
AuthorA N Upadhye
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1962
Total Pages331
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size18 MB
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