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________________ r विषय और लेखक पर विषय और लेखक पृष्ठ भगवान महावीर-[परमानन्द शास्त्री २४ रोपड़की खुदाई में महत्वपूर्ण ऐतिहासिक वस्तुओं की भगवान महावीर और उनका लोक कल्याणकारी उपलब्धिसन्देश-[डा.हीरालाल एम० ए० २५४ वादीचन्द्र रचित अम्बिका कथासारभट्टारक श्रुतकीर्ति और उनकी रचनाएँ [श्री अगरचन्द नाहटा १.. परमानन्द शास्त्री २७९ विश्वको प्रशान्तिको दूर करनेके उपाय - भारतकी राजधानीमें जयधवल महाधवल ग्रंथराजों [परमानन्द जैन .१ का अपूर्व स्वागत परमानन्द जैन १५८ वीरसेवामन्दिरको प्राप्त महायता भन्यमार्गोपदेश उपासकाध्ययन-तुमिद्धिसागर १७६ वीरसवामन्दिरको स्वीकृत महायता भारतीय इतिहासका एक विस्मृत पृष्ठ (जैन सम्राट वीग्लेवामन्दिर ट्रस्टका दो मीटिंग २५४ राणा सुहिलदेव)- [श्री लल्लनप्रसाद व्यास २४६ वीरसेवामन्दिर सोसाइटीकी मीटिंग भाषा साहित्यका भाषा-विज्ञानको दृष्टिसे अध्ययन- श्रमण संस्कृतिमें नारी-परमानन्द शास्त्री ८४ श्री माईदयाल जैन बी.ए., बी.टी. २१. श्रावकोंका प्राचार विचार- [० मिन्द्विमागर १८६ मद्रास और मयिलापुरका जैन पुरातत्त्व श्रीकुन्दकुन्द और समनभद्रका तुलनात्मक अध्ययन[छोटेलाल जैन ३५ [बान्न ब्रह्मचारिणी विद्युल्लना बी. ए. २६१ महापुराणकलिका और कवि ठाकुर श्रीधवनग्रन्थराजोंके दर्शनोंका अपूर्व श्रायोजन-. [परमानन्द शास्त्री १८१ परमानन्द जैन १३५ श्रीनेमिनाथाष्टक स्तोत्र ४१ महापुगणकलिकाकी अन्ति प्रशस्ति-[परमानन्द २०२ श्री० पं० मुख्तार सा० से नम्र निवेदनमहाविकल संमामरी (कविता)- [बनारसीदास २३६ [श्री हीराचन्द बोहरा बी.ए.१४२ मुक्रिज्ञान (कविता)-[श्री मनुज्ञानार्थी साहित्यरत्न १२० श्रीवीरजिनपूजाष्टक (कविता)-[जुगलकिशोर मुगतार १२२ मुनियों और श्रावकोंका शुद्धोषयोग वीरशासनजयन्ती महोत्सव-परमानन्द जैन [पं० हीरालाल जैन सिद्धान्तशास्त्री २०१ श्री हीराचन्द्रबोहराका नम्र निवेदन और कुछ शंकाएंमूलाचारके कर्तृत्वपर नया प्रकाश [जुगलकिशोर मुख्तार १३७, १६२, १८७, १९३, २११ हीरालाल सिद्धान्त शास्त्री १८ मकामधर्म साधन- [जुगलकिशोर मुख्तार . मौजमाबादके जैन शास्त्रभंडारमें उल्लेखनीय ग्रंथ- मखि पर्वराज पर्युषण पाये (कविता)-[मनु ज्ञानार्थी ॥ परमानन्द शास्त्री ८० सन्यवचन माहात्म्य (कविता)-[मुनालाल 'मणि' ५२ मौजमावादके जैन समाजके ध्यान देने योग्य समन्तभद्र भारती दवागम [युगवीर १३३, ६५, १८, १४७, १६५,111, २१५ समयसारकी १२वीं गाथा और श्रीकानजीस्वामीराजधानीमें वीरशासन-जयन्ती और वीरसेवामन्दिर [जुगलकिशोर मुख्तार १ नूतन भवनके शिलान्यासका महोत्सव-[परमानन्दजैन २७ सम्पादकीयराजस्थानके जैन माहित्य भंडारों में उपलब्ध महत्वपूर्ण- सम्पादकीय नोट-परमानन्द जैन २२६ साहित्य-[कस्तूरचन्द्रजी एम. ए. सम्पादकीय-[जुगलकिशोर मुख्तार राजस्थानमें दासी प्रथा-[परमानन्द जैन सम्यग्दृष्टि और उसका व्यवहार-[० सिद्धिसागर ११. राजस्थान विधानसभाम दि० जन धमावराधाविधयक- साधुत्वमें नग्नताका स्थान[बा० छोटेलाल जैन ६४ [पं. वंशीधरजी व्याकरणाचार्य २५॥ राष्ट्रपति और प्रधानमंत्रीका महावीर जयन्तीके साहित्य परिचय और समालोचनअवसरपर भाषण २६३ [परमानन्द जैन, ६५, १६, १३२, २६६
SR No.538013
Book TitleAnekant 1955 Book 13 Ank 01 to 12
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1955
Total Pages386
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size24 MB
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