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ओं अहम्
अनेकान्त
सत्य, शान्ति और लोकहितके सन्देशका पत्र नीति-विज्ञान दर्शन-इतिहास-साहित्य-कला और समाज-शास्त्रके प्रौढ़ विचारोंसे परिपूर्ण सचित्र मासिक
सम्पादक-मंडल जुगलकिशोर मुख्तार छोटेलाल जैन जयभगवान जैन एडवोकेट परमानन्द शास्त्री
तेरहवाँ वर्ष (श्रावण कृष्णा प्रतिपदा वीर नि० सं० २४८० से अपाद शुक्ला वीर नि० सं० २४८१ वि० सं० २०११, १२, जुलाई सन् १९५४ से जून सन् १९५५ तक)
| মাহাক परमानन्द जैन शास्त्री वीरसेवामन्दिर, दि. जैन लाल मन्दिर
चांदनी चौक, देहली
वार्षिक मुरूप । बह रुपये ।
भास्त
अगस्त
(एक किरण का मूल्य । आठाने
१६५५