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( ३ ) जोधपुरके इतिहासका एक भावरिन पृष
महाकवि रहधू-पं० परमानन्द जैन शास्त्री १९५, ३.. [श्री अगरचन्द नाहा
२५८ महावीर स्तवन (कविता)-[पं० नाथूराम प्रेमी' १०२ दक्षिण भारतमें राज्याश्रय और उपका अभ्युदय- ३०८ महाराज म्वारवेल एक महान निर्माता[डा. टी. एम. रामचन्दन एम. ए.
[गा. छोटेलाल जैन दिहलीमें वीरसेवामंदिर ट्रस्टकी मीटिंग ३०४ महावीर मंदेश (कविता)-['युगवीर'
दुनियाकी नजरोंमें वीरमेवामंदिरक कुछ प्रकाशन महावीर स्वामीसे भक्तकी प्रार्थना (कविता)-[(सम्पादकीय
[पं० नाथूगम 'प्रेमी' नागौरके भट्टारकीय भंडारका अवलोकन
मानवधर्म (कविता)-['युगवीर' [श्री अगरचंद नाहटा
१२८ मीन मंवाद (जाल में मीन) मचित्र (कविता)परम उपास्य कौन ?-[ (कविता) 'युगवीर' ६३ ['युगवीर'
१०८ पंच परमप्ठिमंत्र स्तोत्रम्-[सम्पादक ३३. मुख्तार श्री जुगलकिशोरजीका दस्टनामा ६५ ५०० रु. के पाँच पुरस्कार-[जुगलकिशोर मुख्तार २१३ मेरी भावना अपने इनिहाम और अनुवादोंके याय १३४ पूज्यवर्णीजीका एक आध्यात्मिक पत्र
२४२ में प्रोग्ब फोड़कर चलू,या पाप बोतल न रखेंफतेहपुर (शेग्वावाटी) के जैनमूनि लेम्ब
[श्री कन्हैयालाल 'प्रभाकर' [4. परमानन्द जैन शास्त्री
५०२ मांदन जानडी कालीन और आधुनिक जैन संस्कृति बुंदेलखण्डके कविवर देवीदास--[पं० परमानंद
-[बा. जयभगवान पडवोकेट जैन शास्त्री
युकायनशामनकी प्रस्तावना-40 जुगलकिशोर ब्रह्म जिनदाम,[4. परमानंद जैन शास्त्री
मुख्तार
२६. ब्रह्म जिनदासका एक अज्ञात रूपक काम्य
रामगिरि पार्श्वनाथ स्तोत्र-[सम्पादक [श्री अगरचंद नाहटा
लोकका अद्वितीय गुरु अनेकांतवादभगवान पार्श्वनाथका किला
- [पं. दरबारीलाल न्यायाचार्य [पं० कैलाशचंदजी शास्त्री
विजालियाक शिलान्नम्व-[पं. परमानंद जैनशाम्बी ३५८ भावना पद्धति-[भ० प्रभावंद शिष्य पदमनंनि ।
विगंध और मामंजस्य-डा. हीगलालजैन एम.ए. २७३ भारतके अहिमक महात्मा सन्त श्री पूज्य गणेशप्रमादजी विश्व एकता और शांति-बा. अनंतप्रमानजी वर्णीकी वर्षगांठ -[परमानन्दजन ३४
बी. एम. मी. २८४ भारतकी अहिंन्या संस्कृति-बा. जयभगवानजी जैन विश्व शुद्धि पर्व पयूषण-बाबू बालचन्द्र एडवोकेट
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कोछल वकील २३३ भगवान महावीरसे धर्मस्थिति निवेदन (कविता)- विश्व मे 'महाननम' हिंदुस्तान में [पं० नाथूरामजी प्रेमी
बीन रही हैं अनुपम घड़ियाँ, (कविता)-[इन्द्र जैन १५ भगवान महावीर-(सम्पादक)
वीर तीर्थावनार-[(सम्पादक) भगवान महावीर और उनका मर्वोदयतीर्थ
वीर बदना-[(कविता) 'युगीर [पं० परमानंद जैन शास्त्री
५५ वीरवाणी-(कविता) 'युगवीर' भेलमाका प्राचीन इतिहास-रारमन मनैया २० वीरशासन के कुछ मलमूत्र--['युगवीर