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अनेकान्त
[वर्ष १० स११७८ चंद्रप्रभ चरित प्रा०प्र०६४००
उ० यशोदेवसरि स.१९७२
जयसिंहराज्ये श्रेयांसचरित (गा० ६५८४ हरिभद्राचार्य (बृहद्गच्छ) सं. ११६३ दीवालो (आशावल्लि) मुनिसुव्रतमुनि श्री चन्द्रसूरि
(प्रा० गा० १०८४४) स. ११६६
मा० सु० मंडलिपुर सुपार्श्वचरित लक्ष्मणगणि
(गा०८००० श्लोक १०१३८) प्रकाशित स.११६६ से ११२३ समतिचरित (प्रा० मुख्य)
सोमप्रभ कुमारपालराज्ये
(ग्र०८६२१) नाभेयनेमिद्विसंधानकाव्य
हेमचन्द्रसरि
(वृहद्गच्छ) मल्लिचरित्र
हरिभद्रसरि (वहु प्राकृत प्र० ६३.०)
चन्द्रप्रभचरित स. १२१६ का० स० १३ सो० (पाटण) नेमिचरित्र (प्रा० प्र० ००३२) स. १२१६ अनन्तनाथचरित
नेमिचन्द्रमरि (गा० १२०००) स.१२१८ पार्श्वचरित सं.
भावदेवमूरि (म०६४००-६७७४) १२२५ लगभग मुनिसुवतरित
मुनिरत्नहरि (सं० प्र०५५८५) १२३३ नेमिचरित
रत्नप्रभसरि (प्रा० गद्य पद्यमय प्र० १२६००) पद्मप्रभचरित
देवसूरि
(जालिहर गच्छ) १२६४ सोमेश्वरपुर चन्द्रप्रभारत
देवेन्द्रसूरि (सं० प्रा० प्र०५३.५)
(नागेन्द्रगच्छ) १२७६ दीवाली पार्श्वचरित
माणिक्यचन्द्रसरि (दव कूपक) (संप्र०५२७८)
(राजागच्छ) शांतिचरित १२८५ लगभग पार्श्वचरित
विनयचन्द्रसरि (मुनिसुव्रतचरित प्र०४५५२) १२८६
मल्लिनाथचरित महाकाव्य १२६४ मुनिसुव्रतचरित
पनप्रभस रि कुथुनाथचरित