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________________ 3 निकाल प्रधान सम्पादक-६० जुगलकिशोर मुख्तार - - - SIK मम्पादक-मण्डल पण्डित दरबारीलाल न्यायाचार्य कोठिया पण्डित अयोध्याप्रसाद 'गोयलीय' इम मण्डल में एक दो विद्वानोके नाम अभी और शामित दोनेको हैं। स्वीकृति । मिलगपर उनको प्रकट किया जायगा। sunda i n SARARAMBI E विषय-गदी १-समन्तभद्र भारतीके कुछ नमूने (युक्त्यनुशासन)-[सम्पादक) २-रत्नकरण्डके कर्तृत्वविषयमें मेरा विचार और निर्णय-सम्पादक ३-श्राप्तमीमांसा और रत्नकरण्डका भिन्नकर्तृत्व-डा०हीरालाल जैन एम.ए०] ४-जैन कालोनी और मेरा विचार पत्र-[जुगलकिशोर मुख्तार ५-न्यायकी उपयोगिता-[पं० दरबारीलाल कोठिया] ६-स्व० मोहनलाल दलीचन्द देसाई-[भंवरलाल नाहटा, ७-आचार्यकल्प पं० टोडरमल्ल जी-[पं० परमानन्द जैन शास्त्री। ८-समन्तभद्रभाष्य-५० दरबारीलाल कोठिया) -समयसारक' महानता-[पूज्य कानजी स्वामी] १०-शंका समाधान-[२० दरबारीलाल कोठिया ११-विविध १२-साहित्य परिचय और समालोचन जनवरी १९४८ SNE
SR No.538009
Book TitleAnekant 1948 Book 09 Ank 01 to 12
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1948
Total Pages548
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size35 MB
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