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निकाल
प्रधान सम्पादक-६० जुगलकिशोर मुख्तार
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मम्पादक-मण्डल पण्डित दरबारीलाल न्यायाचार्य कोठिया
पण्डित अयोध्याप्रसाद 'गोयलीय' इम मण्डल में एक दो विद्वानोके नाम अभी और शामित दोनेको हैं। स्वीकृति । मिलगपर उनको प्रकट किया जायगा। sunda
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विषय-गदी १-समन्तभद्र भारतीके कुछ नमूने (युक्त्यनुशासन)-[सम्पादक) २-रत्नकरण्डके कर्तृत्वविषयमें मेरा विचार और निर्णय-सम्पादक ३-श्राप्तमीमांसा और रत्नकरण्डका भिन्नकर्तृत्व-डा०हीरालाल जैन एम.ए०] ४-जैन कालोनी और मेरा विचार पत्र-[जुगलकिशोर मुख्तार ५-न्यायकी उपयोगिता-[पं० दरबारीलाल कोठिया] ६-स्व० मोहनलाल दलीचन्द देसाई-[भंवरलाल नाहटा, ७-आचार्यकल्प पं० टोडरमल्ल जी-[पं० परमानन्द जैन शास्त्री। ८-समन्तभद्रभाष्य-५० दरबारीलाल कोठिया)
-समयसारक' महानता-[पूज्य कानजी स्वामी] १०-शंका समाधान-[२० दरबारीलाल कोठिया ११-विविध १२-साहित्य परिचय और समालोचन
जनवरी
१९४८
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