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फाल्गुन, मवन
.४
माच, मन १९४८
अचान पायापक भाग्नीय ज्ञानपीठ, काशी
वीरमबामन्दिर, मम्मावा
मम्पादक-मंडल
जुगलकिशार मुन्नार
प्रमान सम्पादक मुनि कान्तिमागर दरबारीलाल न्यायाचार्य अयाभ्याप्रमाद गायलीय
डानामपानकार वह ।
लग्नापर पारितोपिक
'अनेकान्न' के इस परं वपमें प्रकाशिन मवश्रेष्ठ लेखापर इदमा १५... मी १०७) और पनाम ५०) का पारितोपिक दिया जाएगा । इस पारितोषिक म्पर्धाम मम्पादक, व्यवग्थापक
और प्रकाशक नही रहेंगे । बाहरक विद्वानोंके लग्योंपर ही यह पारितोपिक दिया जाएगा । लेखांकी जाच ऑर नन्मम्बन्धी पाग्निीपिकका निर्णय 'अनकान्न'का सम्पादक मण्टन करेगा।
व्यवस्थापक 'अनकान'