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________________ किरण २) दिल्ली और दिल्लीकी गजावली सोमदिने सुलिनानु पापदी बलिवर (गयासुद्दीन बलव) पखुसरोखानु राज्यं कृतं नाम नमारदी वर्ष ४ । संवत् वर्ष २ गज्यं कृत' । सं० १३४३ वर्षे फागुन १३७७ वर्षे भश्वनि सुदी। सु (२) क दिने सुखितानु वदी ६ शुक्रदिने सुलगानु मोजदी (मुहजुदीन कैकवाद) ग्यासदी वर्ष ४ राज्यं कृतं सुगमकु अंतरं मास ८ वर्ष ३ राज्यं कृतं । २ राज्यं कृतं । सं० १३.६ वर्षे फगुण सुदी ६ शुक्रदिने सुजितानु सात १३८२ वर्षे ज्येष्ठ सुदी ३ गुरौ दिनं सुजितानु समसदी(शम्सूहान)वर्ष राज्यं कृतं । संवत १३४८. ज्येष्ट महमदु वयं २७ राज्यं कृन' । संवत् १४.६ वर्षे श्रावण सदी मोमदिने सालतान जलालदी (जलालहीन खिलजी सुदी ८ शनि दिने मुहरम तेरीक २१ कातिक बदी ४ स वंश)वर्ष ६ मा ३ राज्यं कृतं ।सं. १३१६ वर्षे कार्तिक शु) क दिने सुलिनानु पेरोमाहि राज्यं कृतं वर्ष ३७ सुदी ११ भीमदिन मुलितानु इकनुदी (रुपनुदान) मास माम ३ दिन राज्य कृतं । संवत् १४४६ कातिग वही तीन गज्यं कृतं" । संवत् १३५४ वर्षे पौष सुदी , भौम ४ सुक दिने सुजितानु तुगलमाहि राज्यं कृत'२ माप । दिने सुजितानु अलावदी (प्रसादहीन मुहम्मदशाह) वर्य संवत् १४४६ वर्षे चैत्र सुदी - सुनितानु अबकपाहि १६ मास ३ दिन १४ राज्यं कृतं । संवत १३७३ वर्षे महमूदसाहि राज्यं कृतं' । संवत १४४७ वर्षे अश्विन सदी माघसुदी। मौम दिने सुलितानु पुत्र ल्होत्री राणी छीतमदे ८ इमका शुद्ध नाम नासिरुद्दीन खुशराशाह था । गजपूताने को पुत्र महावदी ( शहाबुद्दीन उमरशाह ) मास ३ के. इतिहास वाली वंशावलीम इससे पहले कुतुबुद्दीन मुबाराज्यं कृतं । रिकशाहका नाम और दिया हुआ है और उसका राज्यसंवत् १३७३ वर्षे फाल्गुन वदी २ नि दिने मुलतानु काल वि० सं० १३७२ से १३७७ तक बतलाया है। गुटकोको राजावलीमें यह नाम नहीं है किन्तु नासिरुदीन १ उक्त वंशावलीमें इसका नाम गयासुद्दान बलवन है और राज्यकाल वि. मं० १३२२ मे १३४४ तक २२ वर्ष शाहका गज्यकाल ४ वर्ष बतलाया है। जब कि वंशावली बतलाया है। में वि० सं० १३७७ में ही कुछ समय रहा है, क्या कि २ उक्त वंशावली में इसका नाम भइ जुद्दीन कैकवाद है और सं० १३७७ में तुगलक वंशका राज्य हो गया था। राज्य समय वि. म. १३४१ से १३४६ तक दिया ६ उक्न वंशावलीमें इसका नाम गयासुद्दीन तुगलक और हुअा है। राज्यकाल वि. सं० १३७७ से १३८१ सक लिखा है। ३ इसका नाम उक्त वंशावलीमें नहीं है। १०इसे मुहम्मद तुगलक कहते है। और इसका राज्य समय ४ हमका वंश विल जी' है और नाम जलालुद्दीन फीरोजशाह उक्त वंशावलीम वि. सं. १३८१ से १४०० तक २७ पाया जाता है। हमने वि० सं० १३४६ से १३५३ तक वर्ष पाया जाता है, जो गुट केके उक्त समयसे मिल राज्य किया था। जाता है। ५ रुक्नुद्दीनका दूसरा नाम इब्राहीम शाह है। और राज्यकाल ११ इसे फीरोजशाह कहते हैं। वंशावलीम इमका वि० सं० उक्त वंशावलीम वि० सं० १३५३ में दिया है, जिससे भी १४०८ से १४४५ तक ३७ वर्ष गज्यकाल पाया जाता मालूम होता है कि इसने कुछ महीनो ही गज्य किया था। हे। गुटके में उल्लिम्वित समय भी मिल जाता है। और ६ उक्त वंशावलीके अनुसार इमका नाम अलाउद्दीन मुह- वह प्रमाणिक मालूम होता है। म्मदशाह था। इसने वि. मं. १३५३ से १३७२ तक १२उक्त वंशावलीके अनुसार यह तुगलकशाह द्वितीय है। १६ वर्ष राज्य किया है। गुटके में १६ वर्ष मे ३|मास इसका राज्यकाल वि. सं. १४४५ में ही कुछ समय तक अधिक बतलाया है। रहना बतलाया है। ७ उक्त वंशावली में इमका वंश 'खिलजी' हे और नाम शहा- १३उक्त वंशावली में अबूशाह मुहम्मदशाह नाम दिये हैं, जो बुद्दीन उमरशाद दिया हुआ है। गुट केके नामंसि मिल जाते हैं।
SR No.538008
Book TitleAnekant 1946 Book 08 Ank 01 to 12
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1946
Total Pages513
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size68 MB
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