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________________ आवश्यक निवेदन हर्षका विषय है कि श्री पं० जुगल किशोरजी मुख्तार अपने 'अनेकांत' पत्रका 'वीरशासनाङ्क' नामसे एक वृहत विशेषाङ्क आगामी वीरशासन- जयन्तीके महोत्सव पर (श्रावण कृष्णा प्रतिपदा वि० संवत् २००१ को) निकाल रहे हैं। उपमें 'वीरशासन की वर्तमान सम्पत्तिका संक्षिप्त परिचय' नामक विभागके अन्तर्गत समस्त जैन पारमार्थिक संस्थाओंका परिचय भी रहेगा, जिसका कार्य मेरी चिर इच्छाके अनुसार मुझे सौंपा गया है। अतः प्रत्येक स्थानके जैन भाईयोंसे मेरा सानुरोध निवेदन है कि वे अपने यहांकी ऐसी सभी पारमार्थिक संस्थाओंका संक्षिप्त परिचय नीचे लिखे मुताविक भर कर मेरे पास शोघ्र ही निम्नलिखित पते पर भेज देनेकी कृपा करें। साथ ही संस्थाकी जो अन्तिम रिपोर्ट प्रकाशित हुई हो उसे भी साथ में भेज कर अनुगृहीत करें । समय थोड़ा हैं. इसमे सभी स्थानोंके सेवाभावी सज्जनोंको हम शासनसेवाके पुण्य कार्यमें अपना कर्तव्य समझ कर जल्दी ही हाथ बटाना चाहिये। उनकी इस कृपाके लिये मैं बहुत आभारी हूँगा । दिगबर या श्वेतांबर नंबर संस्थाका नाम स्थापनाका सन् या सवत् (क) ज्ञान दान देने वाली संस्थाएँ - १ विद्यालय, पाठशाला, स्कूल, कालिज ! २ बोर्डिंग हाउस, छात्रालय । ३. छात्रवृत्ति फंडक - कोष । ४ रिसर्च इंस्टिट्यूट ( अनुसंधान विभाग)। २ श्राविकाश्रम | ६ परीचालय, परीक्षाबोर्ड • उद्योगशालाएँ । ८ ग्रंथमालाएँ ट्रैक्ट प्रकाशन । भवफंड यदि है तो कितना पारमार्थिक संस्थाओंके कुछ प्रकार इस प्रकार हैं, जिनका परिचय भेजना श्रावश्यक है :-- पुस्तकालय, वाचनालय | १० पत्र (अखबार) प्रकाशन । ११ ग्रंथालय, शास्त्रभंडार १२ मंदिर, चैत्यालय, स्थानक । १३ धर्म प्रचारक संघ । १४ उपदेशक विभाग । (ख) अभय - आश्रय दान देने वाली संस्थाएँ --- १ जीवदया सभाएँ । २ पींजरा पोलें । संस्थाका वार्षिक खर्चा किसी एक व्यक्तिकी ओर से चलता हो तो उसका नाम, अन्यथा चंदे से ३ धर्मशालाएँ । ४ तीर्थक्षेत्र कमेटियाँ, सभाएँ (प्रान्तिक, जातीयादि) । ५ स्वयं सेवक मंडल | ६ उदासीन आश्रय । ७ विधवाश्रम । म अनाथालय । ६ वस्तिकाएँ, उपाश्रय । १० सेवाश्रम, सेवामंदिर । (ग) आहार दान देने वाली संस्थाएँ १ अनाथ सहायक फंड । २ भोजनालय क्षेत्र । ३ विधवा सहायक फंड । ४ जंगलों में जलाशय, प्याऊ । (घ) औषध - आरोग्य-दान देने वाली संस्थाएँ - १ औषधालय | २ धातुरालय, चिकित्सालय । ३ व्यायामशालाएँ । संस्था का उद्देश्य ४ खास २ औषधियां बांटने वाली पेड़ियां । निवेदकदौलतराम 'मित्र', १३० जूनापेठा, इन्दौर
SR No.538006
Book TitleAnekant 1944 Book 06 Ank 01 to 12
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJugalkishor Mukhtar
PublisherVeer Seva Mandir Trust
Publication Year1944
Total Pages436
LanguageHindi
ClassificationMagazine, India_Anekant, & India
File Size28 MB
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